Bigdi Meri Bana De Ae Sherawali Maiya Lyrics: बिगड़ी मेरी बना दे ऐ शेरोवाली मैया लिरिक्स।

Bigdi Meri Bana De Ae Sherawali Maiya Lyrics

Bigdi Meri Bana De Ae Sherawali Maiya Lyrics: यह भजन देवी दुर्गा के शेरावाली रूप की महिमा का गान है और भक्तों की आस्था और समर्पण को व्यक्त करता है। इसमें भक्त अपनी माँ से आशीर्वाद की प्रार्थना करता है, ताकि उसकी बिगड़ी हुई स्थिति सुधर सके और उसे माँ की कृपा से शांति और सुख प्राप्त हो। भजन में भक्त ने माँ से अपनी सभी परेशानियों को दूर करने की कामना की है और यह दर्शाया है कि देवी शेरावाली अपनी कृपा से हर मुसीबत से उबारने वाली हैं। 

भजन में “बिगड़ी मेरी बना दे” का बार-बार प्रयोग होता है, जो यह दर्शाता है कि भक्त अपनी गलतियों और कष्टों को दूर करने के लिए माँ से सहायता की प्रार्थना करता है। “माँ भव सिंधु तारी हो” जैसे शब्द यह दर्शाते हैं कि माँ भक्तों को जीवन के समुद्र से पार लगाने वाली हैं। 

इस भजन के माध्यम से भक्त माँ से अपनी जीवन की कठिनाइयों से उबरने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की विनती करता है। यह भजन न केवल श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाता है कि देवी माँ की शक्ति से हम किसी भी कठिनाई का सामना कर सकते हैं।

बिगड़ी मेरी बना दे ऐ शेरोवाली मैया लिरिक्स हिंदी में।

बिगड़ी मेरी बनादे,
ए शेरों वाली मैया।

बिगड़ी मेरी बनादे,
ए शेरों वाली मैया,
अपना मुझे बनाले,
ए मेहरों वाली मैया।।

दर्शन को मेरी अखियाँ,
कब से तरस रहीं हैं,
सावन के जैसे झर झर,
अखियाँ बरस रहीं हैं,
दर पे मुझे बुला ले,
ए शेरों वाली मैया।
बिगड़ी मेरी बना दे,
ए शेरों वाली मैया।।

आते हैं तेरे दर पे,
दुनिया के नर और नारी,
सुनती हो सब की विनती,
मेरी मैया शेरोवाली,
मुझ को दरश दिखा दे,
ए मेहरों वाली मैया।
बिगड़ी मेरी बना दे,
ए शेरों वाली मैया।।

‘शर्मा’ पे मेरी मैया,
द्रष्टि दया की कर माँ,
चरणों की धूल देकर,
‘लख्खा’ की झोली भर माँ,
मरते को अब जिलादे,
ए शेरों वाली मैया।
बिगड़ी मेरी बना दे,
ए शेरों वाली मैया।।

बिगड़ी मेरी बनादे,
ए शेरों वाली मैया,
अपना मुझे बनाले,
ए मेहरों वाली मैया।।

Bigdi Meri Bana De Ae Sherawali Maiya Lyrics In English

Bigdi meri bana de,
Ae Shero Wali Maiya.  

Bigdi meri bana de,
Ae Shero Wali Maiya,
Apna mujhe bana le,
Ae Mehron Wali Maiya.  

Darshan ko meri akhiyan,
Kab se taras rahi hain,
Sawan ke jaise jhar jhar,
Akhiyan bars rahi hain,
Dar pe mujhe bula le,
Ae Shero Wali Maiya.
Bigdi meri bana de,
Ae Shero Wali Maiya.  

Aate hain tere dar pe,
Duniya ke nar aur naari,
Sunti ho sab ki vinti,
Meri Maiya Sherawali,
Mujh ko darsh dikha de,
Ae Mehron Wali Maiya.
Bigdi meri bana de,
Ae Shero Wali Maiya.  

‘Sharma’ pe meri Maiya,
Drishti daya ki kar Maa,
Charno ki dhool dekar,
‘Lakhkha’ ki jholi bhar Maa,
Marta ko ab jila de,
Ae Shero Wali Maiya.
Bigdi meri bana de,
Ae Shero Wali Maiya.  

Bigdi meri bana de,
Ae Shero Wali Maiya,
Apna mujhe bana le,
Ae Mehron Wali Maiya.

निष्कर्ष:

यह भजन माँ दुर्गा के शेरावाली रूप की महिमा और उनकी असीम कृपा को व्यक्त करता है। भक्त अपनी बिगड़ी हुई स्थिति को सुधारने और देवी माँ से आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करता है। भजन में माँ के प्रति अपार श्रद्धा और विश्वास है, और यह दर्शाता है कि देवी माँ अपनी कृपा से हर समस्या और कष्ट से उबारने वाली हैं। 

“बिगड़ी मेरी बना दे” और “अपना मुझे बना ले” जैसी पंक्तियाँ भक्त की विनम्र प्रार्थना को व्यक्त करती हैं, जिसमें वह माँ से अपने जीवन में सुधार की आशा रखता है। इस भजन के माध्यम से हम यह समझ सकते हैं कि माँ की कृपा और शक्ति से हम जीवन के हर संकट को पार कर सकते हैं। यह भजन भक्तों को आस्था और विश्वास के साथ माँ के आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है, और यह सिखाता है कि सच्चे समर्पण से हर मुश्किल आसान हो सकती है।

Frequently Asked Questions

इस भजन का मुख्य उद्देश्य देवी दुर्गा के शेरावाली रूप की महिमा का गुणगान करना और उनकी कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना करना है। भक्त माँ से अपनी बिगड़ी हुई स्थिति को सुधारने और उनके आशीर्वाद से जीवन में शांति और सुख की कामना करता है।

"बिगड़ी मेरी बना दे" का अर्थ है कि भक्त माँ से अपनी कठिनाइयों और समस्याओं को दूर करने की प्रार्थना कर रहा है। वह माँ से चाहता है कि वे उसकी बिगड़ी हुई स्थिति को सही कर दें और उसे आशीर्वाद दें।

"शेरावाली" देवी दुर्गा के एक रूप का नाम है, जिसमें वे शेर (सिंह) पर सवार होती हैं। यह रूप शक्ति, साहस और सुरक्षा का प्रतीक है और भक्तों को अपनी कृपा से सशक्त करती हैं।

"दर पे मुझे bula le" का मतलब है कि भक्त माँ से यह प्रार्थना करता है कि वह उसे अपने दरबार में बुलाएं, ताकि वह माँ के दर्शन कर सके और उनकी कृपा प्राप्त कर सके।