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नवरात्री के शुभ समय में लोग दुर्गा माँ की पूजा और आरती बहुत ही श्रद्धा और प्यार से करते है| इस समय घर, मंदिरों और पूजा स्थलों में माँ दुर्गा की आरती गाई जाती हैं| इनमें में सबसे लोकप्रिय आरती है “अम्बे तू है जगदम्बे काली”| इस आरती में माँ दुर्गा की ताकत, उनके गुण, और भक्तों के लिए उनकी ममता का सुन्दर वर्णन किया हैं|

इस आरती को गाने से मन को शांति मिलती हैं, घर में खुशियाँ आती हैं और सारे दुख दूर हो जाते हैं| लोग मानते है की इस आरती को गाने और सुनने से माँ की कृपा से उनकी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है, और जीवन में सफ़लता और खुशियाँ भी आती हैं|

इस ब्लॉग में आप पढेंगे Ambe Tu Hai Jagadambe Kali Aarti Lyrics, उसका महत्व और लाभ, किसने गाई है और नवरात्री में इसे क्यों गाया जाता हैं| साथ ही आपको इस आरती से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल, की आरती का सही उच्चारण, आरती गाने का सही समय आदि के बारे में बताया जाएगा|

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Ambe Tu Hai Jagadambe Kali Aarti Lyrics Hindi (हिंदी में)

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती,
ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती।

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती,
ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती॥

तेरे भक्त जनो पे माता भीड़ पड़ी है भारी,
भीड़ पड़ी है भारी
दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी,
करके सिंह सवारी

तेरे भक्त जनो पर माता भीड़ पड़ी है भारी,
भीड़ पड़ी है भारी
दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी,
करके सिंह सवारी
सौ-सौ सिंघो से बलशाली, है दस भुजाओं वाली,
दुखियों के दुखड़े निवारती
ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती ॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गाएं भारती,
ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती॥

माँ-बेटे का है इस जग मे बड़ा ही निर्मल नाता,
बड़ा ही निर्मल नाता
पूत-कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता,
माता सुनी कुमाता
माँ-बेटे का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता,
पूत-कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता,
माता सुनी कुमाता
सब पे करूणा दर्शाने वाली, अमृत बरसाने वाली,
दुखियों के दुखड़े निवारती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती ॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती,
ओ मैया हम सब उतारें तेरी आरती॥

नहीं मांगते धन और दौलत, ना चांदी ना सोना
ना चांदी ना सोना
हम तो मांगें माँ तेरे मन में छोटा सा कोना,
एक छोटा सा कोना
नहीं मांगते धन और दौलत, न चांदी न सोना,
ना चांदी ना सोना
हम तो मांगें माँ तेरे मन में छोटा सा कोना,
इक छोटा सा कोना
सबकी बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को सवांरती।
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुण गावें भारती,
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती॥

Aarti Ambe Tu Hai Jagdambe Kali With Lyrics By Anuradha Paudwal [Full Video Song] I Aarti

Ambe Tu Hai Jagadambe Kali Aarti Lyrics English (अंग्रेज़ी में)

AMBE TU HAI JAGDAMBE KAALI
JAI DURGE KHAPPAR WALI
TERE HI GUN GAAYEIN BHAARTI
O MAIYYA HUM SAB UTAAREIN TERI AARTI॥

AMBE TU HAI JAGDAMBE KAALI
JAI DURGE KHAPPAR WALI
TERE HI GUN GAAYEIN BHARTI
O MAIYYA HUM SAB UTAAREIN TERI AARTI॥

TERE BHAKT JANON PE MAATA BHEED PADI HAI BHAARI
BHEED PADI HAI BHAARI
DAANAV DAL PAR TOOT PADON MAA KARKE SINGH SAWAARI
KARKE SINGH SAWAARI
TERE BHAKT JANON PAR MAATA BHEED PADI HAI BHAARI
BHEED PADI HAI BHAARI
DAANAV DAL PAR TOOT PADO MAA KARKRE SINGH SAWAARI
KARKE SINGH SAWAARI
SAU-SAU SINGHON SE BALSHAALI, HAI DAS BHUJAAON WALI
DUKHIYON KE DUKHDE NIWARTI
O MAIYYA HUM SAB SAB UTAAREIN TERI AARTI॥

AMBE TU HAI JAGDAMBE KAALI
JAI DURGE KHAPPAR WALI
TERE HI GUN GAAYEIN BHAARTI
O MAIYYA HUM SAB UTAAREIN TERI AARTI॥

MAA BETE KA IS JUG ME BADA HEE NIRMAL NAATA
BADA HEE NIRMAL NAATA
POOT-KAPOOT SUNE HAI PAR NA MATA SUNI KUMATA
MAATA SUNI KUMATA
MAA BETE KA IS JUG ME BADA HEE NIRMAL NAATA
BADA HEE NIRMAL NAATA
POOT-KAPOOT SUNE HAI PAR NA MATA SUNI KUMATA
MAATA SUNI KUMATA॥

SAB PE KARUNA DARSHAANE WALI, AMRIT BARSAANE WALI
DUKHIYON KE DUKHDE NIWARTI
O MAIYYA HUM SAB UTAARE TERI AARTI॥

AMBE TU HAI JAGDAMBE KAALI
JAI DURGE KHAPPAR WALI
TERE HI GUN GAAYEIN BHARTI
O MAIYYA HUM SAB UTAAREIN TERI AARTI॥

NAHI MAANGTEIN DHAN AUR DAULAT, NA CHAANDI NA SONA
NAA CHAANDI NAA SONA
HUM TO MAANGEIN MAA TERE MAN ME EK CHOTA SA KONA
EK CHOTA SA KONA
NAHI MAANGTE DHAN AUR DAULAT, NA CHANDI NA SONA
NA CHAANDI NA SONA
HUM TO MAANGEIN MAA TERE MAN MEIN CHOTA SA KONA
IK CHOTA SA KONA
SABKI BGDI BANANE WALI, LAAJ BACHAANE WALI
SATIYON KE SAT KO SAWAARTI
O MAIYYA HUM SAB UTAAREIN TERI AARTI॥

AMBE TU HAI JAGDAMBE KALI
JAI DURGE KHAPPAR WALI
TERE HI GUN GAAYEIN BHARTI
O MAIYYA HUM SAB UTAAREIN TERI AARTI॥

AMBE TU HAI JAGDAMBE KAALI
JAI DURGE KHAPPAR WALI
TERE HI GUN GAAYEIN BHAARTI
O MAIYYA HUM SAB UTAAREIN TERI AARTI॥

Aarti Ambe Tu Hai Jagdambe Kali With Lyrics By Anuradha Paudwal [Full Video Song] I Aarti

Ambe Tu Hai Jagadambe Kali Aarti Lyrics Importance (महत्व)

  • Ambe Tu Hai Jagadambe Kali Aarti Lyrics माँ दुर्गा की बहुत मशहूर आरती है। इसका महत्व भक्तों के जीवन में बहुत खास है। जब भी कोई श्रद्धा से ये आरती गाता है, तो माँ अम्बे उसकी सुनती हैं और उसे शक्ति देती हैं।
  • भक्त मानते हैं कि इस आरती को गाने से डर और परेशानियाँ दूर हो जाती हैं। इंसान के दिल में हिम्मत और भरोसा बढ़ता है। अगर किसी के घर में तनाव या दुख है, तो इस आरती से माहौल अच्छा और शांत हो जाता है।
  • परिवार वाले जब मिलकर ये आरती गाते हैं, तो घर में एकता और प्यार बढ़ता है। ऐसा भी माना जाता है कि माँ अम्बे की कृपा से भक्त को सुख-समृद्धि, सेहत और खुशियाँ मिलती हैं।
  • नवरात्रि और दुर्गा पूजा के दिनों में तो इस आरती का महत्व और ज्यादा होता है। उन दिनों इसे गाने से घर-परिवार में पॉजिटिव एनर्जी आती है और माँ दुर्गा जल्दी प्रसन्न होती हैं।Generated image

Who has sung the Ambe Tu Hai Jagadambe Kali Aarti

Ambe Tu Hai Jagadambe Kali Aarti Lyrics को कई मशहूर गायकों ने अपनी आवाज़ दी है। अलग-अलग समय पर इसे अलग अंदाज़ और सुर में गाया गया है। लखबीर सिंह लक्खा, अनूप जलोटा, सोनू निगम, और कई भक्ति गीत गाने वाले कलाकारों ने इसे गाया है। हर किसी ने इसे अपनी आवाज़ और भक्ति से खास बनाया है।

लेकिन इस आरती को सबसे ज़्यादा लोकप्रियता मिली जब इसे अनुराधा पौडवाल ने गाया। उनकी आवाज़ में जो मिठास और भक्ति भाव है, उसने इस आरती को भक्तों के दिल तक पहुँचा दिया। आज भी जब लोग “अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती” सुनना चाहते हैं, तो सबसे पहले अनुराधा पौडवाल का वर्ज़न ही याद आता है। अनुराधा जी की गाई हुई आरती मंदिरों, घरों और नवरात्रि जैसे पावन पर्वों पर सबसे ज़्यादा गाई और बजाई जाती है। भक्तों को उनकी आवाज़ में माँ की उपस्थिति का अहसास होता है।

Blessings received from Ambe Tu Hai Jagadambe Kali Aarti Lyrics

Ambe Tu Hai Jagadambe Kali Aarti Lyrics सिर्फ़ एक भजन नहीं है, बल्कि ये माँ अम्बे से जुड़ने का एक आसान तरीका है। जब भक्त इसे श्रद्धा से गाता है, तो उसे माँ से कई आशीर्वाद और लाभ मिलते हैं।

1. मन को शांति मिलती है

इस आरती को गाने से दिल और दिमाग शांत होते हैं। चिंता, तनाव और नकारात्मक सोच धीरे-धीरे कम हो जाती है।

2. घर में सुख-समृद्धि आती है

माँ अम्बे की कृपा से परिवार में खुशहाली आती है। धन, स्वास्थ्य और सुख बढ़ते हैं।

3. भय और परेशानियाँ दूर होती हैं

भक्त मानते हैं कि माँ काली की आराधना से हर प्रकार का डर और बाधा दूर हो जाती है। इंसान के जीवन में हिम्मत और आत्मविश्वास बढ़ता है।

4. परिवार में एकता और प्यार बढ़ता है

जब सब मिलकर यह आरती गाते हैं, तो घर का माहौल सकारात्मक बनता है और रिश्तों में मिठास आती है।

5. आध्यात्मिक शक्ति मिलती है

इस आरती से भक्त का माँ दुर्गा पर विश्वास गहरा होता है। भक्ति भाव बढ़ता है और आत्मा को सुकून मिलता है।

निष्कर्ष 

“अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती” माँ दुर्गा की सबसे प्रिय आरतियों में गिनी जाती है। इसे गाने से भक्तों को माँ का आशीर्वाद मिलता है और जीवन में शांति, शक्ति और सुख की प्राप्ति होती है। इस लेख में हमने Ambe Tu Hai Jagadambe Kali Aarti Lyrics, इसके महत्व, इसे गाने वाले कलाकारों, नवरात्रि में इसके विशेष कारण और इससे मिलने वाले आशीर्वाद के बारे में जाना।

जब कोई भक्त पूरे मन से यह आरती गाता है, तो उसका आत्मविश्वास बढ़ता है और डर दूर होता है। घर का वातावरण भी सकारात्मक और पवित्र हो जाता है। खासकर नवरात्रि के दिनों में यह आरती माँ की विशेष कृपा पाने का सबसे आसान उपाय मानी जाती है।

अनुराधा पौडवाल की आवाज़ में गाई गई यह आरती सबसे अधिक लोकप्रिय है और भक्तों के दिलों में खास जगह रखती है। चाहे घर हो या मंदिर, यह आरती हर जगह माँ अम्बे से सीधा जुड़ाव कराती है। यह आरती के लिरिक्सकेवल शब्द नहीं हैं, बल्कि भक्त और माँ दुर्गा के बीच प्रेम और भक्ति का सेतु हैं।

कृष्ण आरती के बोल हर भक्त के लिए बहुत ही पवित्र और शांति देने वाले हैं। यह आरती केवल एक आरती नहीं है, बल्कि भगवान कृष्ण के प्रति प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक है। Krishna Aarti Lyrics को गाकर हम अपने मन को शांत और हृदय को प्रसन्न रख सकते हैं। छोटे बच्चे से लेकर बड़े तक सभी इसे आसानी से याद कर सकते हैं|

इस ब्लॉग में आपको Krishna Aarti Lyrics के हिंदी और अंग्रेजी बोल, आरती का महत्व और भक्ति भाव, भगवान कृष्ण की आरती कब और कैसे करें, आरती के लाभ और अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs) मिलेंगे।

आरती करने का सही समय, आवश्यक सामग्री और पूरी विधि भी सरल भाषा में दी गई है। इस ब्लॉग से आपको न केवल आरती याद करने में मदद मिलेगी, बल्कि कृष्ण जी की भक्ति और जीवन में शांति भी बढ़ेगी।

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Krishna Aarti Lyrics in Hindi

सा पा मा पा
नि पा मा गा सा मा गा मा
सा पा मा पा
नि सा नि पा मा गा सा मा गा मा
सा सा नि सा नि पा नि नि पा नि पा
मा पा मा गा रे गा रे सा रे सा नि सा

हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हे गोपाल कृष्ण करू आरती तेरी…
हे प्रिया पति मैं करू आरती तेरी…
हे गोपाल कृष्ण करू आरती तेरी
हे प्रिया पति मैं करू आरती तेरी
तुझपे ओ कान्हा बलि बलि जाउ,
सांझ सवेरे तेरे गुण गाउ
प्रेम मैं रंगी मैं रंगी भक्ति मे तेरी
हे गोपाल कृष्ण करू आरती तेरी

यह माटी का तन है तेरा मन और प्राण भी तेरे
मैं एक गोपी तुम हो कन्हैया तुम हो भगवन मेरे

हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
ये माटी का तन है तेरा मन और प्राण भी तेरे…
मैं एक गोपी तुम हो कन्हैया तुम हो भगवन मेरे
कृष्ण कृष्ण कृष्ण रटे आत्मा मेरी
हे गोपाल कृष्णा करू आरती तेरी

हरे कृष्ण हरे कृष्ण,
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे कृष्ण हरे कृष्ण,
कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे रामा हरे रामा,
रामा रामा हरे हरे
हरे रामा हरे रामा,
रामा रामा हरे हरे

कान्हा तेरा रूप अनुपम मन को हरता जाए
मन यह चाहे हरपल अंखिया तेरा दर्शन पाए
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ

कान्हा तेरा रूप अनुपम मन को हरता जाए
मन यह चाहे हरपल अखियाँ तेरा दर्शन पाए
दरस तेरा प्रेम तेरा आस है मेरी
हे गोपाल कृष्णा करू आरती तेरी
तुझपे ओ कान्हा बलि बलि जाउ
सांझ सवेरे तेरे गुण गाउ
प्रेम मैं रंगी मैं रंगी भक्ति मे तेरी
हे गोपाल कृष्णा करू आरती तेरी

हे प्रिया पति में करू आरती तेरी
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ

Krishna Aarti Lyrics in Hindi

SA PA MA PA
NI PA MA GA SA MA GA MA
SA PA MA PA
NI SA NI PA MA GA SA MA GA MA
SA SA NI SA NI PA NI NI PA NI PA
MA PA MA GA RE GA RE SA RE SA NI SA

HO O O O O O O O O
HEY GOPAL KRISHN KARU AARTI TERI…
HEY PRIYA PATI MAIN KARU AARTI TERI…
HEY GOPAL KRISHN KARU AARTI TERI
HEY PRIYA PATI MAIN KARU AARTI TERI
TUJHPE O KAANHA BALI BALI JAAU
SAANJH SAVERE TERE GUN GAAU
PREM ME RANGI MAIN BHAKTI ME TERI
HEY GOPAL KRISHN KARU AARTI TERI

YE MAATI KA TAN HAI TERA MAN AUR PRAAN BHI TERE
MAIN EK GOPI TUM HO KANHAIYA TUM HO BHAGWAN MERE

HO O O O O O O O O
YE MAATI KA TAN HAI TERA MAN AUR PRAAN BHI TERE
MAIN EK GOPI TUM HO KANHAIYA TUM HO BHAGWAN MERE
KRISHN KRISHN KRISHN RATE AATMA MERI
HEY GOPAL KRISHN KARU AARTI TERI

HARE KRISHN HARE KRISHN,
HARE KRISHN HARE HARE
HARE KRISHN HARE KRISHN
KRISHN KRISHN HARE HARE
HARE RAMA HARE RAMA
RAMA RAMA HARE HARE
HARE RAMA HARE RAMA
RAMA RAMA HARE HARE

KANHA TERA ROOP ANUPAM MAN KO HARTA JAAE
MAN YE CHAHE HAR PAL AKHIYAAN TERA DARSHAN PAAE

HO O O O O O O O O
KANHA TERA ROOP ANUPAM MAN KO HARTA JAAE
MAN YE CHAHE HAR PAL AKHIYAAN TERA DARSHAN PAAYE
DARAS TERA PREM TERA AAS HAI MERI
HEY GOPAL KRISHN KARU AARTI TERI
TUJHPE O KANHA BALI BALI JAAU
SAANJH SAVERE TERE GUN GAAU
PREM MEIN RANGI ME RANGI BHAKTI ME TERI
HEY GOPAL KRISHN KARU AARTI TERI

HEY PRIYA PATI MAIN KARU ARTI TERI
HO O O O O O O O O
HO O O O O O O O O
HO O O O O O O O O
HO O O O O O O O O

Krishna Aarti Lyrics Significance 

  1. भगवान से जुड़ाव – इस आरती को गाने से हमें लगता है कि श्रीकृष्ण हमारे साथ हैं और हमारी हर समस्या सुन रहे हैं।
  2. मन में खुशी – जब हम आरती गाते हैं, तो दिल हल्का और खुश हो जाता है, उदासी और तनाव दूर हो जाते हैं।
  3. बच्चों के लिए मासूम भक्ति – छोटे बच्चे इसे गाकर भगवान से नज़दीक हो जाते हैं और उनमें भक्ति और प्यार बढ़ता है।
  4. बड़ों के लिए शक्ति – बड़े लोग इस आरती से जीवन की मुश्किलों का सामना करने की हिम्मत और धैर्य पाते हैं।
  5. घर में सकारात्मकता – जहाँ यह आरती होती है, वहाँ का माहौल पवित्र, शांत और सुखद हो जाता है।
  6.  श्रीकृष्ण का रूप याद दिलाती है – यह हमें गोपाल कृष्ण के दयालु, प्रेममय और बाँसुरी बजाते रूप की याद दिलाती है।
  7. आत्मा और भगवान का मिलन – आरती गाना सिर्फ पूजा नहीं, बल्कि आत्मा को भगवान से जोड़ने का माध्यम है।
  8. सच्चा सुख सिखाती है – यह बताती है कि असली आनंद पैसा या वस्तुओं में नहीं, बल्कि प्रेम और भक्ति में है।
  9. हर उम्र के लिए उपयोगी – चाहे बच्चा हो या बड़ा, हर कोई इससे शांति, भक्ति और खुशी पा सकता है।
  10. रोज़ दिनचर्या में सहारा – रोज़ इसे गाने से लगता है कि श्रीकृष्ण हमें हर कदम पर संभाल रहे हैं।

भगवान Krishna Aarti कब और कैसे करें? 

भगवान श्रीकृष्ण की आरती करना बहुत शुभ और पवित्र माना जाता है। जब भी हम आरती करते हैं तो घर का माहौल अच्छा हो जाता है और मन को शांति मिलती है। आरती करने से भगवान कृष्ण की कृपा जल्दी मिलती है।

कब करनी चाहिए कृष्ण आरती?

  • सुबह: सूरज निकलने के पहले अगर आरती की जाए तो पूरा दिन अच्छा बीतता है और मन प्रसन्न रहता है।
  • शाम: सूर्यास्त के बाद की गई आरती से घर में शांति और सुख-समृद्धि आती है। पूरे दिन की थकान भी दूर हो जाती है।
  • विशेष दिन: जन्माष्टमी, सोमवार, शुक्रवार, पूर्णिमा और एकादशी पर आरती करना और भी शुभ होता है।

चाहें तो आप रोज़ सुबह और शाम दोनों समय आरती कर सकते हैं। इससे परिवार में हमेशा सकारात्मकता बनी रहती है।

कैसे करनी चाहिए कृष्ण आरती?

कृष्ण आरती करने का सबसे ज़रूरी नियम है कि इसे साफ मन और श्रद्धा से करना चाहिए।

  1. भगवान कृष्ण के सामने खड़े होकर दीपक जलाएँ।
  2. आरती गाते समय भगवान के बारे में सोचें और भक्ति भाव रखें।
  3. आरती के बोल धीरे-धीरे और मन लगाकर गाएँ।
  4. आरती पूरी होने पर भगवान को प्रणाम करें और आशीर्वाद माँगें।Generated image

Benefits of Singing Krishna Aarti Lyrics

भगवान श्रीकृष्ण की आरती करना हर भक्त के लिए बहुत शुभ माना जाता है। जब हम श्रद्धा से Krishna Aarti गाते हैं तो भगवान प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं। आरती केवल पूजा का एक भाग नहीं है, बल्कि यह जीवन को सुख, शांति और सकारात्मकता से भरने का साधन है।

मन को शांति

Krishna Aarti Lyrics गाने से मन को गहरी शांति मिलती है। यदि कोई व्यक्ति तनाव या चिंता में है, तो आरती गाने से उसका मन हल्का और प्रसन्न हो जाता है। यह हमारे विचारों को साफ करता है और हमें सकारात्मक सोच देता है।

घर में सकारात्मक वातावरण

जहाँ Krishna Aarti Lyrics होती है, वहाँ का माहौल पवित्र हो जाता है। नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में खुशियाँ आती हैं। जब घर में रोज़ सुबह और शाम आरती होती है, तो पूरा परिवार शांति और प्रेम महसूस करता है।

सुख और समृद्धि

कृष्ण जी की आरती करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। भगवान अपने भक्तों की परेशानियाँ दूर करते हैं और जीवन को सरल बनाते हैं। भक्त के जीवन में धन, स्वास्थ्य और आनंद बढ़ता है।

भक्ति और विश्वास

Krishna Aarti Lyrics गाने से हमारे अंदर भक्ति बढ़ती है। भगवान पर विश्वास मजबूत होता है और धैर्य आता है। यह आरती हमें सिखाती है कि हर परिस्थिति में भगवान पर भरोसा रखना चाहिए।

परिवार की एकता

जब परिवार के सभी लोग मिलकर आरती गाते हैं तो आपसी प्यार और एकता बढ़ती है। बच्चों में भी अच्छे संस्कार आते हैं।

है गोपाल कृष्ण करूं आरती तेरी आरती किसने गाई है? 

“हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी” बहुत ही प्यारी और भावपूर्ण आरती है। इसे गाने से मन को शांति और सुकून मिलता है। कई बड़े गायक इस आरती को गा चुके हैं, लेकिन सबसे ज़्यादा इसे लोकप्रिय बनाया टीवी की मशहूर अभिनेत्री देवोलीना भट्टाचार्जी ने। उन्हें लोग “साथ निभाना साथिया” सीरियल में गोपी बहू के रूप में जानते हैं। जब उन्होंने अपनी मधुर आवाज़ में यह आरती गाई, तो यह तुरंत घर-घर तक पहुँच गई। उनके सुर और भक्ति भाव ने इस आरती को इतना खास बना दिया कि बच्चे से लेकर बड़े-बुज़ुर्ग तक इसे सुनकर भावुक हो जाते हैं।

देवोलीना की आवाज़ में यह आरती सोशल मीडिया, यूट्यूब और मंदिरों में खूब गाई जाने लगी। आज बहुत से लोग जब “Hey Gopal  Krishna Aarti Lyrics” आरती सर्च करते हैं, तो सबसे पहले देवोलीना भट्टाचार्जी का ही वर्ज़न सामने आता है। इस आरती की लोकप्रियता का कारण सिर्फ़ इसकी धुन नहीं है, बल्कि उसमें भरे गए भक्ति और प्रेम के भाव भी हैं। 

जब भक्त इसे गाते हैं, तो उन्हें ऐसा लगता है जैसे वे सचमुच श्रीकृष्ण के सामने खड़े होकर उनकी आरती कर रहे हों। देवोलीना भट्टाचार्जी के कारण यह आरती आज भक्तों के दिल में एक खास जगह बना चुकी है।

निष्कर्ष

“हे गोपाल कृष्ण करूँ आरती तेरी” एक बहुत ही प्यारी और लोकप्रिय आरती है। इस ब्लॉग में हमने Krishna Aarti Lyrics के बारे में जानकारी दी, जिसमें इसके हिंदी और अंग्रेजी बोल, महत्व, कब और कैसे करनी चाहिए, लाभ और इसे किसने गाया है, सभी बातें शामिल हैं।

Krishna Aarti Lyrics गाने से मन को शांति मिलती है और घर का माहौल पवित्र और सुखद बनता है। यह आरती केवल शब्दों का मेल नहीं है, बल्कि भगवान कृष्ण के प्रति प्रेम और भक्ति का प्रतीक है। जब भक्त इस आरती को मन और श्रद्धा से गाते हैं, तो भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं और कृपा देते हैं।

इस आरती को रोज़ाना सुबह और शाम या विशेष अवसरों पर जैसे जन्माष्टमी, एकादशी, सोमवार और शुक्रवार को करना शुभ माना जाता है। भक्त इसे गाकर अपने परिवार में प्रेम, सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा ला सकते हैं।

संतोषी माता को शांति, संतोष और करुणा की देवी माना जाता है। माँ संतोषी की भजन से घर में सुख-शांति का आशीर्वाद मिलता है और मन में अद्भुत शांति का अनुभव होता है। जब भक्त पूरे मन से और श्रद्धा के साथ संतोषी माता के भजन गाते हैं, तो माँ संतोषी जल्दी ही प्रसन्न होती हैं, और उनके आशीर्वाद से जीवन की कठिनाइयाँ कम हो जाती हैं।

Santoshi Mata Bhajan Lyrics गाने का अनुभव अद्वितीय होता है। जब ढोलक की थाप, झांझ की धुन और भक्तों की आवाज़ में “करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं, स्वीकार करो माँ” जैसे शब्द गूंजते हैं, तो वातावरण विशेष रूप से दिव्य हो उठता है।

इस ब्लॉग में, हम आपको संतोषी माता के भजन के बोल हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं में प्रदान करेंगे, ताकि आप इस भक्तिपूर्ण श्रद्धा का आनंद ले सकें। साथ ही आप इस भजन के भाव और इस भजन को व्रत और पूजा में गाने से क्या होता है वह भी जानेंगे|

अंत में, आपके Santoshi Mata Bhajan Lyrics से जुड़े सवालों के जवाब भी मिलेंगे, ताकि आपकी श्रद्धा और भक्ति और मज़बूत हो सके।Generated image

 

Santoshi Mata Bhajan Lyrics in Hindi

करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं, स्वीकार करो माँ
मझदार में मैं अटकी, बेड़ा पार करो माँ
बेड़ापार करो माँ
|| हे माँ सन्तोषी, हे माँ सन्तोषी ||

करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं, स्वीकार करो माँ
मझदार में मैं अटकी, बेड़ापार करो माँ
बेड़ापार करो माँ
|| हे माँ सन्तोषी, हे माँ सन्तोषी ||

बेठी हूं बड़ी आशा से, तुम्हारे दरबार में, बेठी हूं बड़ी आशा से, तुम्हारे दरबार में
क्यों रोये तुम्हारी बेटी इस निर्दय संसार में
पलटादों मेरी भी किस्मत
पलटादों मेरी भी किस्मत, चमत्कार करो माँ
मझधार में मैं अटकी बड़ा पार करो माँ
बेड़ा पार करो माँ
|| हे माँ सन्तोषी, हे माँ सन्तोषी ||

मेरे लिये तो बन्द हैं दुनिया की सब राहें
मेरे लिये तो बन्द हैं दुनिया की सब राहें
कल्याण मेरा हो सकता है, माँ आप जो चाहे
चिन्ता की आग से मेरा,
चिन्ता की आग से मेरा, उद्धार करो माँ
मझधार में मैं अटकी बेड़ा पार करो माँ
बेड़ा पार करो माँ
|| हे माँ सन्तोषी, हे माँ सन्तोषी ||

दुर्भाग्य की दीवार को तुम आज हटा दो,
दुर्भाग्य की दीवार को तुम आज हटा दो
मातेश्वरी वापस मेरे सौभाग्य को ला दो
इस अभागिनि नारी से
इस अभागिनि नारी से, कुछ प्यार करो माँ
मझधार में मैं अटकी बेड़ा पार करो माँ
बेड़ापार करो माँ
|| हे माँ सन्तोषी, हे माँ सन्तोषी ||

करती हूँ तुम्हारा व्रत मैं, स्वीकार करो माँ
मझदार में मैं अटकी, बेड़ा पार करो माँ
बेड़ा पार करो माँ
|| हे माँ सन्तोषी, हे माँ सन्तोषी ||

Santoshi Mata Bhajan Lyrics in English (अंग्रेज़ी)

KARTI HOON TUMHARA VRAT MAIN, SWEEKAR KARO MAA
MAJHDAAR MEIN MAI ATKI, BEDA PAAR KARO MAA
BEDAPAAR KARO MAA
|| HEY MAA SANTOSHI HEY MAA SANTOSHI ||

KARTI HOON TUMHARA VRAT MAIN, SWEEKAR KARO MAA
MAJHDAAR MEIN MAIN ATKI, BEDAPAAR KARO MAA
BEDAPAAR KARO MAA
|| HEY MAA SANTOSHI, HEY MAA SANTOSHI ||

BETHI HOON BADI AASHA SE, TUMHARE DARBAAR MEIN
BETHI HOON BADI AASHA SE, TUMHARE DARBAAR MEIN
KYON ROYEIN TUMHARI BETI IS NIRDAY SANSAAR MEIN
PALTAADO MERI BHI KISMAT
PALTAADO MERI BHI KISMAT, CHAMATKAAR KARO MAA
MAJHDAAR MEIN MAIN ATKI BEDA PAAR KARO MAA
BEDA PAAR KARO MAA
|| HEY MAA SANTOSHI HEY MAA SANTOSHI ||

MERE LIYE TO BAND HAIN DUNIYAA KI SAB RAAHEIN
MERE LIYE TO BAND HAIN DUNIYA KI SAB RAAHEIN
KALYAN MERA HO SAKTA HAIN MAA AAP TO CHAHE
CHINTA KI AAG SE MERA,
CHINTA KI AAG SE MERAA, UDDHAR KRO MAA
MAJHDAAR MEIN MAIN ATKI BEDA PAAR KARO MAA
BEDA PAAR KARO MAA
|| HEY MAA SANTOSH HEY MAA SANTOSHI ||

DURBHAAGYA KI DEEWAR KO TUM AAJ HATAA DO
DURBHAAGYA KI DEEWAR KO TUM AAJ HATAA DO
MAATESHWARI VAAPAS MERE SAUBHAAGYA KO LAA DO
IS ABHAAGINI NAARI SE
IS ABHAAGINI NAARI SE, KUCH PYAAR KARO MAA
MAJHDAAR MEIN MAIN ATKI BEDA PAAR KARO MAA
BEDAPAAR KARO MAA
|| HEY MAA SANTOSHI, HEY MAA SANTOSHI ||

KARTI HOON TUMHARA VRAT MAIN, SWEEKAR KARO MAA
MAJHDAAR MEIN MAIN ATKI, BEDA PAAR KARO MAA
BEDA PAAR KARO MAA
|| HEY MAA SANTOSHI, HEY MAA SANTOSHI ||

Santoshi Mata Bhajan Lyrics Importance & Benefits

Santoshi Mata Bhajan Lyrics सुनना और गाना, सोनो ही जीवन को शांति और भक्ति से भर देती हैं|यह केवल एक गीत नहीं बल्कि माँ संतोषी के चरणों में अर्पित हमारी श्रद्धा और प्रेम है| जब हम इन भजनों को पुरे मन और आत्मा से गाते हैं तो माँ हमारी इच्छाएं पूरी करती है और जीवन से दुख-दूर करती हैं| भक्ति के इस स्वरुप में मन को सुकून, परिवार में ख़ुशहाली और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और अनुभव होता है| 

संतोषी माता के भजन की महत्वता 

  1. मन की शांति – भजन गाने से मन शांत होता है और नकारात्मक विचार कम होते हैं|
  2. आध्यात्मिक जुड़ाव – ऐसे भजन इंसान को माता संतोषी के दिव्य स्वरूपों से जोड़ती हैं|
  3. परिवार में सद्भावना – घर में संतोषी माता भजन सुनने से सकारात्मक माहौल और प्रेम बना रहता है|
  4. भक्ति की गहराई – इन भजनों से श्रद्धा और विश्वास और मज़बूत होता है|
  5. सकारात्मक सोच – यह भजन मन को सकारात्मक सोच और धैर्य सिखाते है| 

संतोषी माता भजन को सुनने व गाने के लाभ 

  1. सभी कष्टों का निवारण – मां संतोषी की कृपा से दुख और परेशानियाँ दूर होती हैं।
  2. इच्छा पूर्ति – सच्चे मन से भजन गाने पर मां भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं।
  3. व्रत और पूजा का फल – संतोषी माता व्रत या पूजा के समय भजन गाने से फल कई गुना बढ़ जाता है|
  4. आर्थिक स्थिरता – माता की कृपा से धन- संपत्ति और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है| 
  5. आत्मिक सुख और संतोष – इन भजनों के मध्यम से व्यक्ति को सच्चा संतोष और आत्मिक आनंद प्राप्त होता हैं|
  6. भविष्य सुरक्षित – माना जाता है की माँ के भजन सुनने और गाने से भविष्य उज्जवल और सुरक्षित होता है|
  7. संस्कार और सीख – बच्चे भी इन भजनों से धर्म, भक्ति और धैर्य जैसे संस्कार सीखते है| 

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Santoshi Mata Bhajan Lyrics for Vrat and Puja

माँ संतोषी का व्रत और पूजा बहुत ही शक्तिशाली और फलदायी मानी जाती है| इस व्रत को करने से माँ भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती है और जीवन से दुख-दर्द करती हैं| जब संतोषी माता व्रत और पूजा के दौरान Santoshi Mata Bhajan Lyrics गाया जाता  हैं तो पूजा और भी प्रभावि हो जाती है| इन भजनों की मधुर धुन और भक्ति-भाव वातावरण को पवित्र बना देते हैं और मन को गहरी शांति का अनुभव कराते हैं| 

क्यों गाएं भजन व्रत और पूजा में?

  1. वातावरण शुद्ध होता है – Santoshi Mata Bhajan गाने से घर में सकारात्मक और पवित्र माहौल बनता है।
  2. भक्ति गहरी होती है – व्रत या पूजा के समय जब भजन गाए जाते हैं तो मन और अधिक भक्ति से जुड़ जाता है।
  3. मां की कृपा मिलती है – मां संतोषी की कृपा से हर कार्य में सफलता और घर में सुख-शांति आती है।
  4. आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है – इन भजनों से आत्मा को मजबूती और मन को संतोष मिलता है।
  5. पूजा का फल बढ़ता है – भजनों के साथ की गई पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है।

निष्कर्ष 

माँ संतोषी की भक्ति में डूबकर गाए गए Santoshi Mata Bhajan Lyrics हर भक्त के जीवन में शांति और संतोष लेकर आते हैं। जब हम श्रद्धा से इन भजनों को गाते हैं, तो घर का वातावरण पवित्र हो जाता है और परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है। माँ संतोषी उन भक्तों की पुकार ज़रूर सुनती हैं, जो सच्चे मन से उनकी आराधना करते हैं।

भजन गाने का असली महत्व यह है कि यह हमें धैर्य और विश्वास देता है। चाहे जीवन में कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न हों, माँ के भजनों की धुन से मन शांत होता है और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। शुक्रवार का व्रत और Santoshi Mata Bhajan Lyrics का गायन भक्तों के लिए विशेष फलदायी माना जाता है।

इसलिए, यदि आप अपने जीवन में शांति, संतोष और मां की कृपा चाहते हैं, तो नियमित रूप से Santoshi Mata Bhajan Lyrics गाना और सुनना अपने जीवन का हिस्सा बनाइए। माँ संतोषी की कृपा से हर कठिनाई दूर होगी और जीवन खुशियों से भर जाएगा।

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भगवान शिव को भोलेनाथ, महादेव और भोलेशंकर के नाम से जाना जाता है| वे देवों के देव हैं और उनके भक्त पूरे समर्पण और प्रेम से उनकी उपासना करते हैं|

शिव जी की पूजा में “जय शिव ओंकारा आरती” का बहुत ख़ास महत्व है| इस आरती को गाने से वातावरण पवित्र हो जाता है और मन को अद्भुत शांति का अनुभव मिलता है|

जब भी मंदिरों में या घर पर शिव पूजा होती है, तो भक्त पूरी श्रद्धा से दीपक जलाकर, घंटियाँ बजाकर और यह आरती गाकर शिव जी का आह्वान करते हैं| एसा माना जाता है कि शिव आरती से न सिर्फ़ हमारी इच्छाएँ पूर्ण होती हैं बल्कि जीवन की सारी बाधाएं भी दूर हो जाती हैं|

इस ब्लॉग में हम आपको जय शिव ओंकारा Shiv Aarti Lyrics हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में प्रदान कर रहे हैं|

साथ ही आप जानेंगे इस आरती का महत्व और इसके लाभ, ताकि आप भक्ति के इस अनमोल पल का पूरा आनंद ले सकें और अपने जीवन में शिव जी की कृपा प्राप्त कर सकें|

शिव जी की महिमा

भगवान शिव सबसे दयालु और सरल देवता हैं| लोग उन्हें भोलेनाथ कहते हैं क्योकि वे अपने भक्तों की छोटी बड़ी हर बात मान लेते हैं| अगर कोई सच्चे मन से उन्हें याद करे, तो वे तुरंत आशीर्वाद देते हैं| यही कारण है की लोग हर रोज़ शिव जी की आरती और नाम जपते हैं|

शिव जी का रूप बहुत ख़ास है| उनकी जटाओं से माँ गंगा बहती हैं, उनके गले में सर्प लिपटा रहता है और पूरे शरीर पर भस्म लगी होती है|

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यह सब हमें सिखाता है कि भगवान शिव भौतिक चीज़ों से दूर हैं और सादगी में ही असली शक्ति है| उनके माथे पर तीसरा नेत्र है, जो ज्ञान और न्याय का प्रतीक है| जब यह नेत्र खुलता है, तो बुराई और अन्याय तुरंत नष्ट हो जाता है|

शिव जी केवल संहारक ही नहीं, बल्कि रक्षक और दयालु पिता भी हैं| वे हर भक्त की परेशानी सुनते हैं और उसे हल करते हैं|

कोई भी चाहे बड़े से बड़ा धनि व्यक्ति हो या लाचार इंसान, बच्चा हो या बड़ा – अगर वह श्रद्धा से “जय शिव ओंकारा” गाता है, तो उसके जीवन में शांति और सुख आता है|

शिव जी की महिमा इतनी गहरी है की शब्दों में पूरी तरह बताना संभव नहीं| लेकिन इतना ज़रूर है की जब भी हम उनकी आरती गाते हैं, तो लगता है जैसे पूरा वातावरण शुद्ध हो गया हो और मन हल्का हो ज्ञस हो|

शिव जी की भक्ति हर इंसान के जीवन को नयी ताकत, आशा और सकारात्मकता देती है|

जय शिव ओंकारा Shiv Aarti Lyrics हिंदी (Hindi)

जय शिव ओंकारा प्रभु हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव ब्रह्मा विष्णु सदाशिव
अर्धांगी धारा
|| ॐ जय शिव ओंकारा ||

जय शिव ओंकारा प्रभु हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव ब्रह्मा विष्णु सदाशिव
अर्धांगी धारा
|| ॐ जय शिव ओंकारा ||

एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे
स्वामी पञ्चानन राजे
हंसासन गरूड़ासन हंसासन गरूड़ासन
वृषवाहन साजे
|| ॐ जय शिव ओंकारा ||

दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे
स्वामी दसभुज अति सोहे
तीनो रूप निरखता
तीनो रूप निरखता
त्रिभुवन जन मोहे
|| ॐ जय शिव ओंकारा ||

अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी
स्वामी मुण्डमाला धारी
त्रिपुरारी कंसारी
कंचन बिन मन चंगा
कर माला धारी
|| ॐ जय शिव ओंकारा ||

श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे
स्वामी बाघम्बर अंगे
सनकादिक ब्रम्हादिक
ब्रम्हादिक सनकादिक
भूतादिक संगे
||ॐ जय शिव ओंकारा ||

कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूलधारी
स्वामी चक्र त्रिशूलधारी
जगहर्ता जगकर्ता
जगहर्ता जगकर्ता
जगपालन कारी 

|| ॐ जय शिव ओंकारा ||
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका
स्वामी जानत अविवेका
प्रानवाक्षर के मध्ये
ये तीनो के धार
|| ॐ जय शिव ओंकारा ||

त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे
स्वामी जो कोइ नर गावे
कहत शिवानन्द स्वामी
कहत शिवानन्द स्वामी
मनवान्छित फल पावे
||ॐ जय शिव ओंकारा ||

जय शिव ओंकारा प्रभु हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव ब्रह्मा विष्णु सदाशिव

अर्धांगी धारा
||ॐ जय शिव ओंकारा ||

जय शिव ओंकारा प्रभु हर शिव ओंकारा
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव ब्रह्मा विष्णु सदाशिव
अर्धांगी धारा
|| ॐ जय शिव ओंकारा ||

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Shiv Aarti Lyrics अंग्रेज़ी (English)

JAI SHIV OMKARA PRABHU HAR SHIV OMKARA
BRAHMA VISHNU SADASHIV BRAHMA VISHNU SADAASHIV
ARDHAANGI DHAARA
|| OM JAI SHIV OMKAARA || 

JAI SHIV OMKARA PRABHU HAR SHIV OMKARA
BRAHMA VISHNU SADAASHIV BRAHMA VISHNU SADAASHIV
ARDHAANGI DHAARA
|| OM JAI SHIV OMKARA ||

EKAANAN CHATURANAN PANCHANAN RAJE
SWAMI PANCHANAN RAJE
HANSANAN GARUNASAN
HANSANAN GARUNASAN
VRISHVAAHAN SAAJE
|| OM JAI SHIV OMKARA ||

DO BHUJ CHAAR CHATURBHUJ DDASBHUJ ATI SOHE
SWAMI DASBHUJ ATI SOHE
TEENO ROOP NIRAKHTA
TEENO ROOP NIRAKHTA
TRIBHUVAN JAN MOHE
|| OM JAI SHIV OMKARA ||

AKSHMALA VANMAALA MUNDMAALA DHAARI
SWAMI MUNDMAALA DHAARI
TRIPURARI KANSAARI
KANCHAN BIN MAN CHANGA
KAR MAALA DHAARI
|| OM JAI SHIV OMKARA ||

SHWETAMBAR PEETAMBAR BAAGHAMBAR ANGE
SWAMI BAAGHAMBAR ANGE
SANKAADIK BRAHMAADIK
BRAHMAADIK SANKAADIK
BHUTADIK SANGE
|| OM JAI SHIV OMKARA ||

KAR KE MADHYA KAMANDAL CHAKRA TRISHULDHAARI
SWAMI CHAKRA TRISHULDHAARI
JAGHARTA JAGKARTA
JAGHARTA JAGKARTA
JAGPAALAN KAARI
|| OM JAI SHIV OMKARA ||

BRAHMA VISHNU SADAASHIV JAANAT AVIVEKA
SWAMI JAANAT AVIVEKA
PRAANVAKSHAR KE MADHYE
YE TEENO KE DHAAR
|| OM JAI SHIV OMKARA ||

TRIGUNSWAMI JI KI AARTI JO KOI NAR GAAVE
SWAMI JO KOI NAR GAAVE
KEHAT SHIVANAND SWAMI
KEHAT SHIVANAND SWAMI
MANVAANCHIT FAL PAAVE
|| OM JAI SHIV OMKARA ||

JAI SHIV OMKARA PRABHU HAR SHIV OMKARA
BRAHMA VISHNU SADASHIV BRAHMA VISHNU SADAASHIV
ARDHAANGI DHAARA
|| OM JAI SHIV OMKARA ||

JAI SHIV OMKARA PRABHU HAR SHIV OMKARA
BRAHMA VISHNU SADAASHIV BRAHMA VISHNU SADAASHIV
ARDHAANGI DHAARA
|| OM JAI SHIV OMKARA ||

Shiv Aarti Lyrics Importance

भगवान शिव की भक्ति में Shiv Aarti Lyrics का बहुत बड़ा महत्व है। यह आरती केवल एक गीत नहीं है, बल्कि शिव जी के प्रति श्रद्धा और भक्ति को व्यक्त करने का सबसे सरल और सुंदर तरीका है।

जब हम इस आरती को पढ़ते या गाते हैं, तो हमारा मन पूरी तरह शिव भक्ति में डूब जाता है और दिल को अद्भुत शांति मिलती है।

आरती के समय दीपक की रोशनी, घंटियों की आवाज़ और मंत्रों की मधुर ध्वनि मिलकर घर और मन को पवित्र कर देती है।

यह हमारे वातावरण को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है और घर में सुख, शांति और आनंद लाती है। शिव आरती श्रद्धा और भक्ति का ऐसा माध्यम है, जिसे कोई भी उम्र का व्यक्ति कर सकता है। 

मुख्य बिंदु

  • भक्ति का आसान तरीका: इस आरती को पढ़ना या गाना सरल है, छोटे बच्चे, बड़े और बूढ़े सभी इसे कर सकते हैं।
  • मन की शांति: आरती करते समय हमारा मन शांत होता है और तनाव दूर होता है।
  • घर का वातावरण : दीपक, घंटी और मंत्रों की आवाज़ मिलकर घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलाती है।
  • संकटों से मुक्ति: श्रद्धा से आरती करने से भगवान शिव हमारे दुख और परेशानियाँ सुनते हैं और उन्हें हल करते हैं।
  • आध्यात्मिक शक्ति: यह आरती आत्मा को संतोष देती है और जीवन में विश्वास बढ़ाती है।
  • भगवान शिव के करीब: नियमित आरती करने से भक्त का शिव जी के प्रति प्रेम और लगाव गहरा होता है।

इस प्रकार, Shiv Aarti Lyrics केवल शब्द नहीं हैं, बल्कि यह एक साधना है जो हमें शिव जी के करीब लाती है, जीवन में सुख और शांति देती है और हमारे मन को सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है।

Shiv Aarti Lyrics Benefits

शिव आरती गाने या पढ़ने से हमारे जीवन में कई तरह के लाभ होते हैं। यह केवल भक्ति का तरीका नहीं है, बल्कि एक साधना है जो शरीर, मन और आत्मा तीनों को लाभ पहुँचाती है।

जब हम Shiv Aarti Lyrics का उच्चारण श्रद्धा से करते हैं, तो भगवान शिव हमारे जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।

  1. मन की शांति 

रोज़ाना शिव आरती करने से हमारे मन की हलचल कम होती है और हम तनाव और चिंता से दूर रहते हैं। दीपक की रोशनी और मंत्रों की ध्वनि मिलकर मन को शांति और सुकून प्रदान करती हैं।

  1. सकारात्मक ऊर्जा

आरती करने से वातावरण पवित्र बनता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। इससे घर में खुशियाँ और सुख-शांति बनी रहती है।

  1. संकटों से मुक्ति

श्रद्धा से Shiv Aarti Lyrics गाने या पढ़ने से भगवान शिव हमारे दुख और परेशानियों को सुनते हैं और उन्हें दूर करते हैं। यह हमारे आत्मविश्वास और साहस को भी बढ़ाता है।

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  1. आध्यात्मिक अनुभव

आरती से हमारी आत्मा को संतोष मिलता है और भक्ति भाव मजबूत होता है। नियमित आरती करने से हमें भगवान शिव के करीब होने का अनुभव होता है।

  1. धन्य और सुखी जीवन

आरती करने वाले को जीवन में सफलता, खुशियाँ और स्वास्थ्य लाभ मिलता है।

इस तरह, Shiv Aarti Lyrics न सिर्फ शब्दों का समूह है, बल्कि यह एक दिव्य साधना है जो हमारे जीवन में सुख, शांति, ऊर्जा और आध्यात्मिक शक्ति लाती है। शिव आरती से हमारे मन, घर और जीवन तीनों पवित्र और सकारात्मक बनते हैं।

निष्कर्ष 

शिव आरती, खासकर जय शिव ओंकारा Shiv Aarti Lyrics, हमारे जीवन में भक्ति, शांति और सकारात्मक ऊर्जा लाने का सबसे सरल और प्रभावशाली तरीका है।

जब हम इस आरती को पूरे श्रद्धा और प्रेम के साथ गाते हैं, तो हमारा मन शांत होता है, घर का वातावरण पवित्र बनता है और हमारे अंदर आत्मविश्वास और सकारात्मकता पैदा होती है।

भगवान शिव केवल संकट हरने वाले ही नहीं, बल्कि अपने भक्तों के दुःख-सुख को समझने वाले हैं।

उनकी आरती करने से हमें जीवन में कठिनाइयों का सामना करने की ताकत मिलती है और हमारे मन में संतोष और विश्वास बढ़ता है। बच्चे और बड़े सभी इस आरती के माध्यम से शिव जी की कृपा पा सकते हैं।

Shiv Aarti Lyrics पढ़ने या गाने से हम केवल मंत्रों का उच्चारण नहीं करते, बल्कि भगवान शिव के साथ अपने मन और आत्मा को जोड़ते हैं।

यह हमारी भक्ति को गहरा करता है और जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और सकारात्मक बदलाव लाता है। इसलिए, हर भक्त को नियमित रूप से शिव आरती करनी चाहिए और इस दिव्य साधना से अपनी भक्ति को मजबूत करना चाहिए।

हिन्दू धर्म की सर्वश्रेष्ठ (प्रमुख) देवी माता लक्ष्मी को माना जाता हैं| जो धन, समृद्धि और शांति की देवी मानी जाती हैं, वह भगवान विष्णु की पत्नी हैं, उन्हें श्री नाम से भी जाना जाता हैं, माता पार्वती और सरस्वती के साथ, वह त्रिदेवियों का भी हिस्सा हैं|

लोग माता लक्ष्मी को अपने घर में दीपक, फूल और प्रसाद का भोग लगाकर उनकी पूजा करते हैं, विशेष रूप से माता लक्ष्मी की पूजा शुक्रवार, दीपवाली एवं महालक्ष्मी व्रत के दौरान की जाती हैं| 

भक्त माता लक्ष्मी की आरती गाकर उनकी भक्ति करते हैं|

इस ब्लॉग में आप जानेंगें की माता  लक्ष्मी का स्वरुप कैसा है और उनका महत्व क्या है|

आप सीखेंगे की लक्ष्मी जी की आरती कैसे और कब करनी चाहिए, ताकि घर में शांति और सुख बना रहे| यहाँ आपको Lakshmi Ji Ki Aarti Lyrics हिंदी और इंग्लिश दोनों में मिलेंगे|

यह ब्लॉग आपको पूरी जानकारी देगा की कैसे आप माता लक्ष्मी की आरती सही तरीके से कर सकते हैं और अपने जीवन में खुशियाँ और समृद्धि ला सकते हैं|

लक्ष्मी माता: सौंदर्य और समृद्धि की देवी

माता लक्ष्मी हिन्धू धर्म की सबसे महतवपूर्ण देवी हैं| वे केवल धन नहीं हैं, बल्कि सुख, शांति, सम्मान और खुशहाली भी लाती हैं| उनका स्वरुप बहुत सुंदर और दिव्य होता है, लोग उन्हें कमल के फूल, दिया और स्वर्ण जैसे समृद्धि के प्रतीक से जोड़ते हैं|

उनके चार हाथ होते हैं एक हाथ आशीर्वाद देने के लिए, एक हाथ धन देने के लिए और दो हाथों में कमल के फूल होते हैं| माता लक्ष्मी का वाहन उल्लू है, जो बुद्धि और समझ का प्रतीक माना जाता है|

इसका मतलब है की सिर्फ धन नहीं, बल्कि यही सोच और समझ भी जीवन में ज़रूरी है| उनकी सुन्दरता और दिव्यता भक्तों को आकर्षित करती है और लोग उन्हें देखकर मन और आत्मा दोनों से प्रसन्न होते हैं|

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वे केवल बाहरी धन नही देती, बल्कि घर और परिवार में सुख, सौहार्द और सकारात्मक ऊर्जा भी लाती हैं| व्यापारी उन्हें सफलता के लिए पूजते हैं, विद्यार्थी बुद्धि और ज्ञान पाने के लिए और घर में सुख और शांति के लिए| उनकी पूजा से ,मन को भी संतोष मिलता है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं|

माता लक्ष्मी की पूजा करते समय लोग दीपक जलाते हैं, फूल और मिठाई का भोग लगाते हैं| Lakshmi Ji Ki Aarti Lyrics गाकर उनकी भक्ति करते हैं और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं|

आरती से घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है, परिवार में मिलन और सुख शांति बनी रहती हैं|

उनकी भक्ति करने से व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ता है और वह अपने कामों में सफलता पाता है| माता लक्ष्मी जीवन में संतुलन बनाए रखने और सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देती हैं|

उनका आशीर्वाद प्राप्त करना हर भक्त की सबसे बड़ी इच्छा होती है| 

Lakshmi Ji Ki Aarti lyrics in Hindi (हिंदी)

ॐ जय लक्ष्मी माता

मैया जय लक्ष्मी माता तुमको निस दिन सेवत,
मैया जी को निस दिन सेवत हरि विष्णु विधाता |

|| ॐ जय लक्ष्मी माता ||

उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग माता,
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता |

|| ॐ जय लक्ष्मी माता ||

दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता,
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि सिद्धि धन पाता |

|| ॐ जय लक्ष्मी माता ||

तुम पाताल निवासिनी, तुम ही शुभ दाता,
कर्म प्रभाव प्रकाशिनी, भवनिधी की त्राता ।

|| ॐ जय लक्ष्मी माता ||

जिस घर मैया तुम रहती, सथ सद्‌गुण आता,
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता |

|| ॐ जय लक्ष्मी माता ||

तुम बिन यश न होते, वस्ल न कोई पाता,
रन चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता |

|| ॐ जय लक्ष्मी माता ||

महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई नर गाता।
उसे आनन्द समाता, पाप उत्तर जाता |

||ॐ जय लक्ष्मी माता ||

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुमको निशदिन सेवत, मैया जी को निशदिन सेवत,
हरि विष्णु विधाता, ॐ जय लक्ष्मी माता
ॐ जय लक्ष्मी माता, ॐ जय लक्ष्मी माता 

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Lakshmi Ji Ki Aarti lyrics in English (अंग्रेज़ी)

|| OM JAI LAKSHMI MAATA ||

MAIYYA JAI LAKSHMI MAATA TUMKO NIS DIN SEWAT,
MAIYYA JI KO NIS DIN SEWAT HARI VISHNU VIDHAATA

|| OM JAI LAKSHMI MAATA ||

UMAA, RAMAA, BRAHMAANI, TUM HI JAG MAATA
SURYA CHANDRA DHYAAWAT, NAARAD RISHI GAATA ||

|| OM JAI LAKSHMI MAATA ||

DURGA ROOP NIRANJINI, SUKH SAMPATTI DAATA,
JO KOI TUMKO DHYAAWAT, RIDDHI SIDDHI DHAN PAATA

|| OM JAI LAKSHMI MAATA ||

TUM PAATAL NIWASINI, TUM HI SHUBH DAATA
KARM PRABHAAV PRAKASHINI, BHAVNIDHI KI TRAATA

|| OM JAI LAKSHMI MAATA ||

JIS GHAR MAIYYA TUM REHTI, SATH SADGUNN AATA
SAN SAMBHAV HO JAATA, MANN NAHI GHABRAATA

|| OM JAI LAKSHMI MAATA ||

TUM BIN YASH N HOTE, VASAL N KOI PAATA
RAN CHATURDASH TUM BIN, KOI NAHI PAATA

|| OM JAI LAKSHMI MAATA ||

MAHALAKSHMI JI KI AARTI, JO KOI NAR GAATA
USE AANAND SAMAATA, PAAP UTAR JAATA

|| OM JAI LAKSHMI MAATA ||

OM JAI LAKSHMI MAATA, MAIYYA JAI LAKSHMI MAATA
TUMKO NISHDIN SEWAT, MAIYYA JI KO NISDIN SEWAT
HARI VISHNU VIDHAATA, OM JAI LAKSHMI MAATA
OM JAI LAKSHMI MAATA, OM JAI LAKSHMI MAATA

कब और कैसे करें लक्ष्मी जी की आरती 

माँ लक्ष्मी की आरती करने से घर में सुख, शांति और धन की बरकत आती है। सही समय और सही तरीके से आरती करना बहुत ज़रूरी होता है।

कब करें लक्ष्मी जी की आरती?

  • सुबह के समय: सुबह आरती करने से पूरा दिन शुभ और ऊर्जावान रहता है।
  • शाम के समय: शाम को आरती करने से घर में सकारात्मकता और शांति बनी रहती है।
  • शुक्रवार: यह दिन माँ लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है, इसलिए इस दिन आरती का विशेष महत्व है।
  • दीपावली पर: लक्ष्मी पूजन और आरती का सबसे शुभ समय दीपावली की रात मानी जाती है।
  • विशेष अवसरों पर: जैसे महालक्ष्मी व्रत, गृह प्रवेश, व्यापार की शुरुआत, जन्मदिन या शादी के समय भी लोग माँ लक्ष्मी की आरती करते हैं।

कैसे करें लक्ष्मी जी की आरती?

  1. सबसे पहले घर और पूजा स्थान को अच्छे से साफ करें।
  2. माँ लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक जलाएँ।
  3. ताजे फूल, धूप, चावल और मिठाई अर्पित करें।
  4. परिवार के सभी लोग मिलकर आरती करें।
  5. Lakshmi Ji Ki Aarti Lyrics पूरे मन से गाएँ।
  6. घंटी बजाएँ और दीपक को गोल-गोल घुमाएँ।
  7. आरती पूरी होने के बाद प्रसाद सभी को बाँटें।

आरती करते समय मन शांत और श्रद्धा से भरा होना चाहिए। जल्दीबाज़ी में या बिना ध्यान लगाए आरती करने से उसका पूरा फल नहीं मिलता।

माँ लक्ष्मी की आरती करने से घर में धन की कमी नहीं होती, रिश्तों में प्रेम बढ़ता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

आरती करने के आध्यात्मिक लाभ 

माँ लक्ष्मी की आरती करना केवल पूजा का हिस्सा नहीं है, यह एक आध्यात्मिक साधना भी है। जब हम आरती करते हैं तो मन, शरीर और घर का वातावरण पवित्र हो जाता है।

लक्ष्मी जी की आरती करने के मुख्य आध्यात्मिक लाभ

  1. मन की शांति मिलती है – आरती करने से मन शांत होता है। चिंता, तनाव और नकारात्मक विचार धीरे-धीरे कम हो जाते हैं।
  2. घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है – दीपक की रोशनी और आरती के मंत्रों की ध्वनि से घर का माहौल शुद्ध और सकारात्मक बनता है।
  3. आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है – रोजाना आरती करने से आत्मविश्वास और भक्ति की भावना गहरी होती है। इससे इंसान का ईश्वर पर भरोसा और मजबूत होता है।
  4. धन और समृद्धि की कृपा – माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने से घर में धन-धान्य की कमी नहीं रहती। परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
  5. परिवार में एकता बढ़ती है – जब पूरा परिवार मिलकर आरती करता है, तो आपस का प्रेम और जुड़ाव और भी मजबूत होता है।
  6. नकारात्मकता दूर होती है – आरती के समय जली हुई धूप और दीपक की लौ नकारात्मक ऊर्जा और बुरी शक्तियों को दूर करती है।
  7. आध्यात्मिक संतोष मिलता है – आरती करने से आत्मा को शांति और संतोष मिलता है। यह अनुभव साधारण पूजा से अलग और विशेष होता है।

आरती करना भक्ति का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। इसमें न तो बहुत समय लगता है और न ही कठिन विधि की ज़रूरत होती है।

बस सच्चे मन से किया गया यह कार्य जीवन में खुशियाँ, समृद्धि और आत्मिक शांति लाता है।

समापन 

माँ लक्ष्मी की आरती करना भक्तों के लिए सुख और समृद्धि पाने का आसान और शुभ तरीका है। जब कोई व्यक्ति पूरे मन से लक्ष्मी माता की आरती गाता है, तो माँ लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों पर आशीर्वाद बरसाती हैं।

सुबह और शाम आरती करने से घर का वातावरण पवित्र और सकारात्मक बनता है। दीपावली, शुक्रवार और विशेष अवसरों पर Lakshmi Ji Ki Aarti Lyrics गाने से पूजा का महत्व और भी बढ़ जाता है।

आरती केवल एक परंपरा नहीं है, यह विश्वास और भक्ति का प्रतीक है।

दीपक की रोशनी और Lakshmi Ji Ki Aarti Lyrics के मंत्रों से मन को शांति और आत्मा को संतोष मिलता है। यही साधना हमें ईश्वर से जोड़ती है और हमारे जीवन को खुशी, सफलता और समृद्धि से भर देती है।

आरती केवल एक परंपरा नहीं हैं, यह विश्वास और भक्ति का प्रतीक है| दीपक की रौशनी और लक्ष्मी जी की आरती लिरिक्स के मंत्रों से मन की शान्ति और आत्मा को संतोष मिलता हैं|

यही साधना हमें इश्वर से जोड़ती है और हमारे जीवन की ख़ुशी, सफलता और समृद्धि से भर देती हैं|

 इसलिए, चाहे आप रोजाना Lakshmi Ji Ki Aarti Lyrics गाए या किसी विशेष दिन, हमेशा श्रद्धा और प्रेम से करें| माँ लक्ष्मी की आरती से घर में बरकत, रिश्तों में प्रेम और जीवन में खुशियाँ बढ़ती हैं|

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अगर आप भगवान विष्णु की भक्ति में रुचि रखते हैं, तो Shreeman Narayan Lyrics आपके लिए बहुत खास है। यह आरती भक्तों के बीच बेहद लोकप्रिय है और इसे गाने से मन में शांति, सकारात्मक ऊर्जा और भक्ति का भाव आता है। भगवान विष्णु पूरे ब्रह्मांड के पालनहार और रचयिता हैं। वह अपने भक्तों की रक्षा करते हैं और उनके जीवन में सुख-समृद्धि लाते हैं।

मंदिर या घर में जब यह आरती गाई जाती है, तो माहौल पूरी तरह भक्ति और आनंद से भर जाता है। छोटे बच्चे भी इसे सुनकर और गाकर खुश होते हैं, और बड़े लोग पूरे मन से इसे गाते हैं। सरल और मधुर बोल इसे हर उम्र के लोगों के लिए आसान बनाते हैं।

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Shreeman Narayan Lyrics सिर्फ शब्दों का समूहनहीं है, बल्कि यह भगवान विष्णु के प्रति श्रद्धा और भक्ति का माध्यम है। इस ब्लॉग में हम इसके हिंदी और अंग्रेजी लिरिक्स पढ़ेंगे, इसके महत्व और लाभ जानेंगे, और जानते हैं कि इसे कौन-कौन से प्रसिद्ध गायकों ने गाया है।

Shreeman Narayan Aarti Lyrics in Hindi (हिंदी)

पैराग्राफ 1

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हो श्रीमन नारायण नारायण हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

भजमन नारायण नारायण हरि हरि
भजमन नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायण
हरि ओम नमो नारायण

हरि ओम नमो नारायण
ओम नमो नारायण
हरि ओम नमो नारायण
हरि ओम नमो नारायण

पैराग्राफ 2

लक्ष्मी-नारायण नारायण हरि हरि
लक्ष्मी-नारायण नारायण हरि हरि
बोलो नारायण नारायण हरि हरि
बोलो नारायण नारायण हरि हरि
भजो नारायण नारायण हरि हरि
भाजो नारायण नारायण हरि हरि

जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा

पैराग्राफ 3 

सत्यनारायण नारायण हरि हरि
सत्यनारायण नारायण हरि हरि
जपो नारायण नारायण हरि हरि
जपो नारायण नारायण हरि हरि
भजो नारायण नारायण हरि हरि
भजो नारायण नारायण हरि हरि

जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारि हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायण
हरि ओम नमो नारायणा

पैराग्राफ 4

सूर्यनारायण नारायण हरि हरि
सूर्यनारायण नारायण हरि हरि
बोलो नारायण नारायण हरि हरि
बोलो नारायण नारायण हरि हरि
भजमन नारायण नारायण हरि हरि
भजमन नारायण नारायण हरि हरि

जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायण
हरि ओम नमो नारायणा

पैराग्राफ 5

विष्णुनारायण नारायण हरि हरि
विष्णुनारायण नारायण हरि हरि
जपो नारायण नारायण हरि हरि
जपो नारायण नारायण हरि हरि
भजो नारायण नारायण हरि हरि
भजो नारायण नारायण हरि हरि

जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि

हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायण
हरि ओम नमो नारायणा

shreeman-narayan-bhajan-lyrics-1

पैराग्राफ 6

बद्रीनारायण नारायण हरि हरि
बद्रीनारायण नारायण हरि हरि
बोलो नारायण नारायण हरि हरि
बोलो नारायण नारायण हरि हरि
भजमन नारायण नारायण हरि हरि
भजमन नारायण नारायण हरि हरि

जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायण
हरि ओम नमो नारायणा

पैराग्राफ 7

ब्रह्मनारायण नारायण हरि हरि
ब्रह्मनारायण नारायण हरि हरि
जपो नारायण नारायण हरि हरि
जपो नारायण नारायण हरि हरि
भजो नारायण नारायण हरि हरि
भजो नारायण नारायण हरि हरि

जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारि न्यारि हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायणा

हरि ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
हरि ओम नमो नारायण
हरि ओम नमो नारायणा

पैराग्राफ 8

चन्द्रनारायण नारायण हरि हरि
चन्द्रनारायण नारायण हरि हरि
बोलो नारायण नारायण हरि हरि
बोलो नारायण नारायण हरि हरि
भजो नारायण नारायण हरि हरि
भजो नारायण नारायण हरि हरि

जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारि न्यारि हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

हो तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी लीला सबसे न्यारी न्यारी हरि हरि

हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

पैराग्राफ 9

भक्तों के प्यारे हरि हरि
भक्तों के प्यारे हरि हरि
आधार हमारे हरि हरि
आधार हमारे हरि हरि

तन मन में आधार हो हरि हरि हरि हरि
तन मन में आधार हो हरि हरि हरि हरि
हो कण कण में आधार हो हरि हरि हरि हरि
कण कण में आधार हो हरि हरि हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

हो भजो नारायण नारायण हर
भजो नारायण नारायण हरि हरि

ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
ॐ नमो नारायणा ॐ नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा

पैराग्राफ 10

गुरुनारायण नारायण हरि हरि
गुरुनारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि

हो तेरी छवि है सुंदर न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी छवि है सुन्दर न्यारी न्यारी हरि हरि
हो तेरी छवि है सुंदर न्यारी न्यारी हरि हरि
तेरी छवि है सुन्दर न्यारी न्यारी हरि हरि

हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

जपो नारायण नारायण हरि हरि
जपो नारायण नारायण हरि हरि

पैराग्राफ 11

पृथ्वीनारायण नारायण हरि हरि
पृथ्वीनारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि
जय जय नारायण नारायण हरि हरि

हम आये शरण में तिहारी हरि हरि हरि
हम आऐ शरण में तिहारी हरि हरि हरि
हम आऐ शरण में तिहारी हरि हरि हरि
हम आऐ शरण में तिहारी हरि हरि हरि

श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
हो श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि

बोलो नारायण नारायण हरि हरि
बोलो नारायण नारायण हरि हरि

ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा
ओम नमो नारायणा

shreeman-narayan-bhajan-lyrics-4

Shreeman Narayan Lyrics in English (अंग्रेज़ी)

PARAGRAPH 1

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HO SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

HO TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI

BHAJMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANA
HARI OM NAMO NARAYANA

HARI OM NAMO NARAYANA
OM NAMO NARAYANA
HARI OM NAMO NARAYANA
HARI OM NAMO NARAYANA 

PARAGRAPH 2

LAKSHMI-NARAYAN NARAYAN HARI HARI
LAKSHMI-NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BOLO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BOLO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI

JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

HO TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

PARAGRAPH 3

SATYANARAYAN NARAYAN HARI HARI
SATYANARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAPO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAPO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

HO TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

PARAGRAPH 4

SURYANARAYAN NARAYAN HARI HARI
SURYANARAYAN NARAYAN HARI HARI
BOLO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BOLO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

O TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

O TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

O SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

PARAGRAPH 5

VISHNUNARAYAN NARAYAN HARI HARI
VISHNUNARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAPO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAPO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI

O SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
O SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

O TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

O TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
O SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

PARAGRAPH 6

BADRINARAYAN NARAYAN HARI HARI
BADRINARAYAN NARAYAN HARI HARI
BOLO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BOLO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

O TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

O TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
O SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

PARAGRAPH 7

BRAHMANARAYAN NARAYAN HARI HARI
BRAHMANARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAPO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAPO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HO TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI

HO TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
HO SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

HARI OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA
HARI OM NAMO NARAYANAA

PARAGRAPH 8

CHANDRANARAYAN NARAYAN HARI HARI
CHANDRANARAYAN NARAYAN HARI HARI
BOLO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BOLO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HO TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

HO TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
HO SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

OM NAMO NARAYANAA OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA OM NAMO NARAYANAA
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
HO SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HO TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

HO TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI LEELA SABSE NYAARI NYAARI HARI HARI 

HO SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

PARAGRAPH 9

BHAKTON KE PYAARE HARI HARI
BHAKTON KE PYAARE HARI HARI
AADHAR HUMARE HARI HARI
AADHAR HUMARE HARI HARI 

TAN MAN ME BASE HO HARI HARI HARI HARI
TAN MAN ME BASE HO HARI HARI HARI HARI
HO KAN KAN ME BASE HO HARI HARI HARI HARI
KAN KAN ME BASE HO HARI HARI HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HO BHAJO NARAYAN NARAYAN HAR
BHAJO NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

OM NAMO NARAYANAA OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA 

PARAGRAPH 10

GURUNARAYAN NARAYAN HARI HARI
GURUNARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HO TERI CHHAVI HAI SUNDAR NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI CHHAVI HAI SUNDAR NYAARI NYAARI HARI HARI
HO TERI CHHAVI HAI SUNDAR NYAARI NYAARI HARI HARI
TERI CHHAVI HAI SUNDAR NYAARI NYAARI HARI HARI 

HO SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
HO SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

JAPO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAPO NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

PARAGRAPH 11

PRITHVINARAYAN NARAYAN HARI HARI
PRITHVINARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI
JAI JAI NARAYAN NARAYAN HARI HARI 

HUM AAE SHARAN ME TIHAARI HARI HARI HARI
HUM AAE SHARAN ME TIHAARI HARI HARI HARI
HUM AAE SHARAN ME TIHAARI HARI HARI HARI
HUM AAE SHARAN ME TIHAARI HARI HARI HARI 

SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
HO SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI
SHREEMAN NARAYAN NARAYAN HARI HARI

BOLO NARAYAN NARAYAN HARI HARI
BOLO NARAYAN NARAYAN HARI HARI

OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA
OM NAMO NARAYANAA

Shreeman Narayan Significance & Benefits (महत्व और लाभ)

Shreeman Narayan Lyrics भगवान विष्णु को समर्पित है। विष्णु जी को हम सब जगत का पालन करने वाला और सबकी रक्षा करने वाला मानते हैं। जब यह भजन गाया जाता है तो मन अपने आप शांत हो जाता है और दिल भक्ति से भर जाता है।

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इसके बोल इतने आसान और मधुर हैं कि छोटे बच्चे भी जल्दी से सीख जाते हैं और बड़े भी इसे सुनते ही भगवान के करीब महसूस करते हैं। मंदिरों में, घरों में और पूजा के समय यह भजन अक्सर गाया जाता है। इसकी धुन और शब्द मिलकर ऐसा माहौल बना देते हैं जिसमें सबको शांति और सुकून महसूस होता है।

श्रीमन नारायण भजन का महत्व

इस भजन का महत्व बहुत गहरा है। यह सिर्फ गाने के लिए गीत नहीं है, बल्कि भगवान विष्णु से जुड़ने का एक सुंदर माध्यम है। जब भक्त पूरे मन और श्रद्धा से Shreeman Narayan Lyrics गाते हैं, तो उन्हें लगता है जैसे भगवान उनकी हर बात सुन रहे हों। यह भजन हमें याद दिलाता है कि भगवान हमेशा अपने भक्तों के साथ खड़े हैं। जीवन की मुश्किल घड़ियों में यह भजन मन को हिम्मत और सहारा देता है।

सामूहिक रूप से गाने का महत्व और भी बढ़ जाता है। जब परिवार या समाज मिलकर यह भजन गाते हैं, तो सबके दिल आपस में जुड़ जाते हैं। इससे रिश्तों में प्यार और अपनापन आता है। यही कारण है कि यह भजन हर पूजा और समारोह का खास हिस्सा बन चुका है।

श्रीमन नारायण भजन के लाभ

  1. मन को शांति मिलती है – इस भजन को सुनने या गाने से तनाव और बेचैनी कम होती है।
  2. सकारात्मकता बढ़ती है – जहां भी यह भजन गाया जाता है वहां माहौल पवित्र और अच्छा हो जाता है।
  3. भक्ति का भाव गहरा होता है – भगवान विष्णु के प्रति आस्था और विश्वास मजबूत होते हैं।
  4. हिम्मत और धैर्य मिलता है – कठिन समय में यह भजन आत्मबल और सहारा देता है।
  5. रिश्ते मजबूत होते हैं – मिलकर गाने से परिवार और समाज में एकता और प्यार बढ़ता है।

निष्कर्ष 

Shreeman Narayana Lyrics सिर्फ एक भजन नहीं, बल्कि भगवान विष्णु से जुड़ने का सरल और सुंदर तरीका है। इसे सुनते या गाते ही मन में भक्ति का भाव आता है और दिल को शांति मिलती है। इस भजन के बोल बहुत आसान हैं, इसलिए हर उम्र के लोग इसे गा सकते हैं। बच्चे इसे जल्दी याद कर लेते हैं और बड़े इसे गाकर अपने जीवन में सकारात्मकता और सुकून महसूस करते हैं।

इस भजन का सबसे बड़ा महत्व यही है कि यह हमें भरोसा दिलाता है कि भगवान हमेशा हमारे साथ हैं। चाहे परिस्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो, अगर हम भगवान विष्णु को याद करते रहें तो हमें आगे बढ़ने की ताकत मिलती है। यही वजह है कि मंदिरों और घरों में इसे बार-बार गाया जाता है।

सामूहिक रूप से इस भजन को गाने का आनंद और भी खास है। जब परिवार या समाज एक साथ बैठकर इसे गाते हैं, तो न सिर्फ भगवान की कृपा मिलती है बल्कि आपसी प्यार और अपनापन भी बढ़ता है। सच में, Shreeman Narayana Lyrics हर भक्त के जीवन में शांति और शक्ति लाने वाला है।

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Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics भगवान श्री कृष्ण की सबसे प्यारी और लोकप्रिय आरती में से एक है| यह आरती खासकर वृंदावन और गोविंद देव जी जेसे श्री कृष्ण के अन्य मंदिरों में गाई जाती हैं| “कुंज बिहारी” का मतलब होता हैं वृंदावन में रहने वाले प्यारे बालक, यानी भगवान कृष्ण अपनी लीलाओं, मुरली की धुन और राधा के साथ प्रेम के लिए जाने जाते हैं| 

जब भक्त श्रद्धा और भक्ति से इस आरती का गायन करते हैं, तो मन में शान्ति और सकारात्मक/अच्छी ऊर्जा फैलती है| इसे गाकर भक्त भगवान कृष्ण के साथ अपने दिल का रिश्ता मज़बूत करते हैं, और उनके आशीर्वाद की अनुभूति पाते हैं|

Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics इतने आसान और मधुर शब्दों में हैं कि बच्चे से लेकर बड़े तक सभी इसे आसानी से गा या सुन सकते हैं। मंदिर, घर या किसी भी साफ़ और शांत जगह पर इसे आरती से वातावरण पवित्र हो जाता है और मन को सुख और शान्ति मिलती है।

Intro Kunj Bihari / कुंज बिहारी जी का परिचय 

कुंज बिहारी जी, भगवान श्री कृष्ण का वो रूप हैं जो वृंदावन की सुंदर कुंज गलियों में राधारानी संग विहार करते हैं। “कुंज” का मतलब है हरे-भरे बगीचे और “बिहारी” का मतलब है खेलने-घूमने वाले। यानी, कुंज बिहारी जी वही नटखट कान्हा हैं जो बांसुरी की धुन से सबका मन मोह लेते हैं।

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जब कृष्ण अपनी बांसुरी बजाते थे तो गोपियाँ अपनी सारी चिंताएँ भूलकर उनकी ओर खिंची चली आती थीं। वृंदावन का हर पत्ता, हर गली और हर बूँद उनके नाम से रसमय हो जाती थी। भक्त मानते हैं कि कुंज बिहारी जी सिर्फ देवता नहीं, बल्कि सच्चे दोस्त, रक्षक और प्रेम के प्रतीक हैं।

कुंज बिहारी जी के दर्शन से मन को शान्ति मिलती है और हृदय प्रेम और भक्ति से भर उठता है। जब हम “आरती कुंज बिहारी की लिरिक्स” गाते हैं, तो ऐसा लगता है मानो हम सीधे वृंदावन की गलियों में पहुँच गए हों और सामने खड़े श्री कृष्ण मुस्कुराकर अपनी बांसुरी से हमें बुला रहे हों।

Aarti Kunj Bihari Lyrics Hindi

आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की

गले में बैजंती माला, बजावे मुरली मधुर बाला
श्रवण में कुंडल झलकला, नंद के आनंद नंदलाला
गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली
लटन में ठाढ़े बनमाली

भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक, चन्द्र सी झलक
ललित छवि श्यामा प्यारी की
श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की

कनकमय मोर मुकुट बिलसे, देवता दरसन को तरसे
गगन सो सुमन रासी बरसे
बाजे मुरचंग, मधुर मृदंग, ग्वालिन गाया
वास्तविक रति गोप कुमारी की, श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की

जहां ते प्रगट भयि गंगा, कलुष कलि हारिणी श्री गंगा
स्मरण ते होत मोह भंगा
सि शिव शीश जटा के बीच, हरे अघ कीच चरण छवि श्री बनवारी की
श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की

चमकती उज्जवल तात रेनू, बज रही वृन्दावन बेनु
चाहु दिसि गोपी ग्वाल धेनु, हंसत मृदु मंद चांदनी चंद्र कटत भव फंद

तेर सुन दीन भिखारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की
आरती कुंज बिहारी की श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की

Aarti Kunj Bihari Lyrics English 

Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki

Gale Mein Baijanti Mala, Bajave Murali Madhur Bala
Shravan Mein Kundal Jhalakala, Nand Ke Anand Nandlala
Gagan Sam Ang Kanti Kali, Radhika Chamak Rahi Aali
Latan Mein Thadhe Banamali

Bhramar Si Alak, Kasturi Tilak, Chandra Si Jhalak
Lalit Chavi Shyama Pyari Ki
Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki

Kanakmay Mor Mukut Bilse, Devata Darsan Ko Tarse
Gagan So Suman Raasi Barse
Baje Murchang, Madhur Mridang, Gwaalin Sang
Atual Rati Gop Kumaari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki

Jahaan Te Pragat Bhayi Ganga, Kalush Kali Haarini Shri Ganga
Smaran Te Haut Moh Bhanga

Basi Shiv Shish, Jataa Ke Beech, Harei Agh Keech Charan Chhavi Shri Banvaari Ki
Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki Shri Girdhar Krishna Murari Ki

Chamakati Ujjawal Tat Renu, Baj Rahi Vrindavan Benu
Chahu Disi Gopi Gwaal Dhenu Hansat Mridu Mand, Chandani Chandra, Katat Bhav Phand

Ter Sun Deen Bhikhaaree Ki, Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki, Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki, Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki, Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki, Shri Girdhar Krishna Murari Ki
Aarti Kunj Bihari Ki, Shri Girdhar Krishna Murari Ki

Importance and Devotion of Aarti Kunj Bihari Lyrics’s 

“Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics” भगवान श्री कृष्ण की सबसे प्रसिद्ध आरतियों में से एक है। यह आरती ब्रजभूमि यानी मथुरा–वृंदावन से जुड़ी है और हर दिन मंदिरों में गाई जाती है। इसमें श्री कृष्ण जी को “कुंज बिहारी” नाम से पुकारा गया है, क्योंकि वे वृंदावन की सुंदर कुंजों (बग़ीचों) में रास रचाते थे।

इस आरती को गाने का सबसे बड़ा महत्व यह है कि यह भक्त और भगवान के बीच गहरा संबंध बनाती है। जब कोई व्यक्ति श्रद्धा से इसे गाता या सुनता है, तो उसके मन में शांति, प्रेम और भक्ति का भाव जागता है। यह आरती केवल गीत नहीं है, बल्कि भगवान से जुड़ने का एक साधन है।

लोग मानते हैं कि “Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics” से घर का वातावरण पवित्र होता है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। साथ ही, यह आरती गाने से मन में आनंद और विश्वास पैदा होता है।

कहा जाता है कि जो भी भक्त पूरे मन से यह आरती करता है, उसके जीवन में सुख, समृद्धि और संतोष आता है। इसलिए इसका महत्व केवल पूजा तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन को सकारात्मक बनाने का मार्ग भी दिखाती है।

Method to sing Aarti Kunj Bihari Lyrics at right time

“Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics” आरती दिन में किसी भी समय गाई जा सकती है, लेकिन सबसे शुभ समय सुबह 7 बजे और शाम 7 बजे माना गया है। सुबह इसे गाने से पूरा दिन शुभ और ऊर्जा से भर जाता है, वहीं शाम को गाने से पूरे घर का वातावरण पवित्र हो जाता है।

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आरती गाने से पहले स्नान करना और साफ कपड़े पहनना अच्छा माना जाता है। पूजा की थाली में दीपक, धूपबत्ती, फूल और तुलसी की पत्तियाँ ज़रूर रखनी चाहिए। आरती शुरू करने से पहले भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक जलाएं और फिर पूरे मन से आरती गाना शुरू करें।

आरती के दौरान ध्यान भगवान श्री कृष्ण पर होना चाहिए। गाते समय ताली बजाना और घंटी बजाना वातावरण को और भी भक्तिमय बना देता है। अगर परिवार के लोग मिलकर आरती करें तो उसका प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि आरती गाने में केवल शब्द ही नहीं, बल्कि भाव भी ज़रूरी हैं। श्रद्धा और विश्वास के साथ गाई गई आरती भगवान तक जल्दी पहुँचती है और भक्त के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाती है।

Real-Life experience of Devotees / भक्तों का वास्तविक जीवन का अनुभव

  1. सुधा शर्मा (दिल्ली)

सुधा जी बताती है की जब उन्होनें सुबह शाम रोज़ “Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics” को गाना शुरू किया, तो उनके घर के रिश्तों में मधुरता आने लगी| पहले झा छोटी छोटी बातों पर झगडे हुआ करते थे, वहा अब शान्ति और समझदारी से काम लिया जाता हैं| 

  1. राहुल मेहता (जयपुर) 

राहुल कहते हैं की जब भी वे तनाव में होते हैं, तो श्री कृष्ण की इस आरती को सुन लेते हैं, इससे उनके मन का बोझ हल्का होजाता हैं, और उनका काम में मन लगने लगता हैं| 

  1. नेहल अग्रवाल (लखनऊ)

नेहल जी का अनुभव हैं की बच्चो की पढ़ाई और मनोबल पर इस आरती का बहुत अच्छा असर हुआ हैं| उनके अनुसार, आरती गाने के बाद बच्चों में ध्यान और अनुशासन बढ़ा| 

  1. अनिल तिवारी (वाराणसी) 

अनिल जी कहते हैं की वृंदावन की यात्रा के दौरान जब उन्होनें हज़ारों भक्तों के साथ मिलकर यह आरती गाई, तो उन्हें ऐसा लगा मानो भगवान श्री कृष्ण उनके सामने खड़े हैं| 

  1. दीपक गुप्ता (आगरा) 

दीपक बताते हैं की जब वें व्यापार एवं कठिनाइयों से जूझ रहे थे, तो उन्होंने हर दिन यह आरती गाना एवं सुनना शुरू करदिया, कुछ ही समय में उनका आत्मविश्वास लौटा और व्यापार में सुधार भी हुआ| 

  1. रीना वर्मा (इंदौर)

रीना जी कहती है की आरती गाते समय ऐसा लगता हैं की पूरा घर श्री कृष्ण की भक्ति से भर गया हो| इससे उन्हें मानसिक शान्ति और आत्मविश्वास मिलता हैं| 

  1. संजय मिश्रा (भोपाल) 

संजय जी के अनुसार, जब उन्होनें परिवार के साथ मिलकर रोज़ शाम को यह आरती गान शुरू किया, तो परिवार के सभी सदस्यों के बीच मत-भेद कम होने लगें| 

Conclusion / निष्कर्ष 

“Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics” भगवान श्री कृष्ण की सबसे मोहक आरती में गिनी जाती है। यह सिर्फ एक भक्ति भरी आरती नहीं है, बल्कि श्रद्धा और विश्वास का ऐसा माध्यम है जो हर भक्त को श्री कृष्ण से जोड़ देता है। जब कोई इस आरती को गाता या सुनता है, तो उसके मन में भक्ति, शांति और प्रेम का भाव पैदा होता है।

कहा जाता है कि यह आरती गाने से घर का माहौल सकारात्मक बनता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। कई भक्तों ने अनुभव किया है कि इसे नियमित रूप से गाने से परिवार में एकता बढ़ती है, रिश्तों में मिठास आती है और मन में आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

यह आरती हर उम्र के लोगों के लिए आसान और प्रभावशाली है। छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बुज़ुर्ग तक सभी इसे गाकर भक्ति का आनंद ले सकते हैं। यही कारण है कि इसे सिर्फ पूजा-पाठ का हिस्सा नहीं, बल्कि जीवन को संतुलित और सुखद बनाने वाला साधन माना जाता है। इसलिए, “Aarti Kunj Bihari Ki Lyrics” हर भक्त के जीवन में आध्यात्मिक ऊर्जा और सच्ची शांति लाने वाली आरती है।

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हमारे यहा अक्सर कहा जाता है की नज़र लग गई  है | क्या आपने कभी सोचा हैं आखिर ये होता क्या है, लोग क्यों बोलते है ऐसा? इसका मतलब होता है की किसी की बुरी नज़र या जलन भरी सोच से हमारे जीवन पर असर पड़ गया है| जब किसी को देखकर मन में इर्ष्या या नकारात्मक भावना आती है, तो वह ऊर्जा सामने वाले तक पोहच जाती है, उसे परेशान कर सकती है| इसका असर बच्चों के काम, व्यापार, या घर के वातावरण पर भी इसका प्रभाव पड़ता है|

इसी नज़र दोष से बचने के लिए लोग पुराने समय से घरेलु उपाय अपनाते आए है| उनमें से सबसे आसान और घरेलु उपाय हैं| नमक से नज़र उतारना, नमक को शुद्ध और पवित्र माना जाता है | यह सिर्फ खाने का स्वाद नही बढ़ता, बल्कि आसपास की नकारात्मकता ऊर्जा को भी खींच लेता है|

इसी वजह से लोग बच्चों, घर और व्यापार की नज़र उतारने में नमक का इस्तेमाल करते है| आगे इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे की नमक से नज़र क्यों और कैसे उतारी जाती है|

नज़र दोष और नमक का महत्व 

हमारे यहाँ नज़र दोष की मान्यता बहुत पुरानी है। अक्सर हम सुनते हैं – “बच्चे को नज़र लग गई” या “काम पर नज़र बैठ गई।” असल में नज़र दोष का मतलब है कि किसी की बुरी नज़र या जलन से हमारे जीवन पर असर पड़ रहा है। जब कोई हमें अच्छे मन से नहीं बल्कि ईर्ष्या या जलन से देखता है, तो उसकी नकारात्मक सोच हमारे आसपास के माहौल और हमारी ऊर्जा को बिगाड़ सकती है।

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इस कारण से कभी बच्चे अचानक बीमार पड़ जाते हैं, कभी काम रुकने लगते हैं और कभी घर में अजीब-सा भारीपन महसूस होने लगता है। ऐसे समय लोग घरेलू नुस्खों का सहारा लेते हैं और उनमें सबसे आसान और असरदार माना जाता है – नमक से नज़र उतारना।

नज़र दोष क्या है?

नज़र दोष तब लगता है जब कोई व्यक्ति हमें या हमारे काम को बुरी नज़र से देखता है। उसकी नज़र में जलन, ईर्ष्या या बुरा भाव होता है। यही नकारात्मक सोच हमारे जीवन को प्रभावित करती है। छोटे बच्चों पर इसका असर ज़्यादा होता है, क्योंकि उनका मन और शरीर बहुत कोमल होता है। अगर बच्चा अचानक चिड़चिड़ा हो जाए, दूध या खाना छोड़ दे, नींद पूरी न करे या बिना वजह बीमार पड़ जाए, तो लोग कहते हैं कि उसे नज़र लगी है।

बड़ों पर भी इसका असर दिखता है। कई बार अचानक से काम बिगड़ने लगते हैं, व्यापार में नुकसान होने लगता है या घर-परिवार में झगड़े शुरू हो जाते हैं। कभी-कभी बिना वजह थकान, चिड़चिड़ापन या बेचैनी महसूस होती है। ये सब नज़र दोष के ही लक्षण माने जाते हैं। यानी नज़र दोष हमारे स्वास्थ्य, मन की शांति और कामकाज – तीनों को बिगाड़ सकता है।

नमक का महत्व

नज़र दोष दूर करने के लिए पुराने समय से ही नमक का इस्तेमाल किया जाता है। नमक केवल खाने का स्वाद बढ़ाने वाली चीज़ नहीं है, बल्कि इसे शुद्ध और पवित्र माना गया है। माना जाता है कि नमक में नकारात्मक ऊर्जा को खींचने की ताकत होती है। यही कारण है कि दादी-नानी हमेशा कहती थीं – “नज़र लगी हो तो नमक से उतार दो।”

जब किसी की नज़र नमक से उतारी जाती है, तो वह बुरी ऊर्जा धीरे-धीरे कम हो जाती है और व्यक्ति या घर का माहौल हल्का और शांत महसूस होने लगता है। नमक से नज़र उतारना एक बहुत ही आसान तरीका है जिसमें किसी बड़े खर्च या पूजा की ज़रूरत नहीं होती।

ज्योतिष शास्त्र में भी नमक का खास महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि नमक का संबंध शनि ग्रह से है और शनि नकारात्मक ऊर्जा को नियंत्रित करता है। इसी वजह से नमक का प्रयोग नज़र दोष दूर करने में असरदार माना जाता है। यही कारण है कि आज भी लोग नमक को नज़र हटाने का सबसे आसान और भरोसेमंद उपाय मानते हैं।

नमक से नज़र उतारने के आसान उपाय

बुरी नज़र उतारना सदियों से पारंपरिक प्रथाओं का हिस्सा रहा है, और नमक को सबसे प्रभावी और सरल उपायों में से एक माना जाता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इन उपायों को करने के लिए आपको किसी जटिल अनुष्ठान या भारी खर्च की आवश्यकता नहीं है – ये घर पर ही थोड़े से नमक से किए जा सकते हैं। यहाँ कुछ आसान और विश्वसनीय तरीके दिए गए हैं :

1. मुट्ठी भर नमक का प्रयोग

अपनी हथेली में मुट्ठी भर सेंधा नमक या दरदरा नमक लें। इसे उस व्यक्ति के चारों ओर घुमाएँ जिसे बुरी नज़र लगी हो। इसे सिर से पैर तक, घड़ी की विपरीत दिशा में तीन या सात बार घुमाएँ। ऐसा करने के बाद, इस नमक को बहते पानी में बहा दें, या बहा दें। ऐसा माना जाता है कि नमक नकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित कर लेता है और उसके साथ बह जाता है।

2. पानी के कटोरे में नमक

एक और आम तरीका है कि पानी से भरे कटोरे में थोड़ा नमक डालकर प्रभावित व्यक्ति के कमरे या कार्यस्थल पर रखें। इस कटोरे को ऐसे कोने में रखें जहाँ इसे कोई न हिलाए। हर कुछ दिनों में पानी और नमक बदलते रहें। कई लोगों का मानना है कि इससे वातावरण से बुरी ऊर्जा अवशोषित होती है और वातावरण सकारात्मक रहता है।

3. नहाने के पानी में नमक

नहाने के पानी में थोड़ा सा नमक मिलाना भी बुरी नज़र के प्रभाव से खुद को शुद्ध करने का एक शक्तिशाली तरीका माना जाता है। इस पानी से नहाने से न केवल शरीर तरोताज़ा होता है, बल्कि माना जाता है कि यह व्यक्ति के आभामंडल से जुड़ी नकारात्मक ऊर्जाओं को भी धो देता है।

4. बच्चों के लिए सेंधा नमक

कहा जाता है कि बच्चों को अक्सर बुरी नज़र जल्दी लग जाती है। ऐसे बच्चों के लिए, सेंधा नमक का एक छोटा टुकड़ा लें और उसे बच्चे के चारों ओर तीन या पाँच बार धीरे से घुमाएँ। इसके बाद नमक को फेंक दें। यह माताओं और दादी-नानी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सबसे पुराने और सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले उपायों में से एक है।

5. मुख्य द्वार के पास नमक

घर के प्रवेश द्वार के पास नमक से भरा एक छोटा कटोरा रखना एक और सरल लेकिन प्रभावी उपाय है। ऐसा माना जाता है कि यह नकारात्मक ऊर्जाओं को घर में प्रवेश करने से रोकता है और परिवार के सदस्यों को बुरी नज़र के अवांछित प्रभावों से बचाता है।

नमक से बने ये सरल उपाय पीढ़ियों से अपनाए जाते रहे हैं और आज भी कई घरों में इन पर भरोसा किया जाता है। माना जाता है कि नमक में नकारात्मकता को सोखने की प्राकृतिक शक्ति होती है, जिससे यह बुरी नज़र से बचने का एक त्वरित और आसान उपाय बन जाता है।एक पारंपरिक मान्यता मानते हैं, लेकिन कई लोग इन उपायों को अपनाने के बाद हल्का, शांत और अधिक सकारात्मक महसूस करते हैं।

बच्चों की नज़र उतारने में नमक की विधि

माना जाता है कि बच्चे बुरी नज़र के प्रभाव के प्रति सबसे ज़्यादा भावुक होते हैं। उनकी शुद्ध और मासूम ऊर्जा अक्सर ध्यान आकर्षित करती है, और कभी-कभी यह ध्यान ईर्ष्या या नकारात्मकता से भरा होता है। जब बच्चे अचानक बहुत रोने लगते हैं, खाना-पीना छोड़ देते हैं, या बिना किसी स्पष्ट कारण के बीमार पड़ जाते हैं, तो कई लोग मानते हैं कि यह बुरी नज़र के कारण हो सकता है। ऐसे में नमक एक आसान और सुरक्षित उपाय हो सकता है।

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1. सेंधा नमक घुमाएँ

सेंधा नमक का एक छोटा टुकड़ा या एक चुटकी दरदरा नमक हाथ में लें। इसे बच्चे के सिर से शुरू करके पैरों तक, घड़ी की विपरीत दिशा में तीन या सात बार धीरे से घुमाएँ। इसके बाद, नमक को बहते पानी में बहा दें या ऐसी जगह फेंक दें जहाँ कोई उस पर पैर न रखे। ऐसा माना जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा अवशोषित हो जाती है और बच्चे की रक्षा होती है।

2. नहाने के पानी में नमक

बच्चे के नहाने के पानी में थोड़ा सा नमक मिलाना एक और पारंपरिक तरीका है। ऐसा माना जाता है कि इस पानी से नहाने से अवांछित नकारात्मक ऊर्जाएँ दूर हो जाती हैं और बच्चा फिर से तरोताज़ा, शांत और खुश महसूस करता है।

3. बिस्तर के पास नमक रखें

कुछ माता-पिता बच्चे के बिस्तर या पालने के पास नमक से भरा एक छोटा कटोरा रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह नमक एक ढाल की तरह काम करता है, जो आसपास की हानिकारक ऊर्जा को सोख लेता है और उसे सुकून भरी नींद देता है। इस नमक को हर कुछ दिनों में बदल देना चाहिए।

4. सरसों के साथ सेंधा नमक

कई घरों में, दादी-नानी सेंधा नमक और कुछ सरसों के दानों का मिश्रण भी इस्तेमाल करती हैं। वे इस मिश्रण को बच्चे के सिर के चारों ओर घुमाती हैं और फिर उसे जला देती हैं या फेंक देती हैं। यह बुरी नज़र के प्रभाव को दूर करने का एक बहुत ही कारगर उपाय माना जाता है।

ये उपाय सरल, सुरक्षित हैं और बच्चे को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुँचाते हैं। कई परिवारों में इनका व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है और यह पीढ़ी दर पीढ़ी चला आ रहा है। नमक को एक प्राकृतिक रक्षक माना जाता है, और बच्चों के लिए इसका उपयोग बुरी नज़र हटाने के सबसे विश्वसनीय तरीकों में से एक है।

घर और व्यापार से नज़र हटाने के नमक का प्रयोग 

घर और व्यापार से नज़र उतारने के कई उपाय है लोगों की तरह, घर और कार्यस्थल भी बुरी नज़र से प्रभावित हो सकते हैं। जब कोई घर या व्यावसायिक स्थान भारी, नकारात्मक या अशुभ लगता है, तो कई लोग मानते हैं कि यह किसी की ईर्ष्या या नकारात्मक इरादों के कारण हो सकता है। इसके सामान्य लक्षणों में घर में बार-बार झगड़े, काम काज में आर्थिक नुकसान या बिना किसी कारण के अचानक टूट-फूट होना शामिल हैं। ऐसे समय में, नमक को नकारात्मक ऊर्जाओं को दूर भगाने का एक सरल लेकिन शक्तिशाली उपाय माना जाता है।

1. नमक के पानी से पोंछा

एक बहुत ही लोकप्रिय तरीका है एक बाल्टी पानी में एक चम्मच नमक डालकर उससे फर्श साफ़ करना। इस नमक के पानी से पोंछा लगाने से, ऐसा माना जाता है कि नकारात्मक ऊर्जा उस जगह से चली जाती है और घर में शांति बनी रहती है।

2. कोनों में नमक के कटोरे

घर या कार्यालय के अलग-अलग कोनों में सेंधा नमक से भरे छोटे कटोरे रखना एक और आम प्रथा है। नमक स्वाभाविक रूप से वातावरण से नकारात्मकता को सोख लेता है। कटोरे को हर हफ्ते बदलना चाहिए और इस्तेमाल किया हुआ नमक फेंक देना चाहिए।

3. नमक का दीपक या नमक के टुकड़े

कुछ लोग अपनी दुकान या कार्यालय में हिमालयन रॉक सॉल्ट लैंप या नमक के बड़े टुकड़े भी रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि ये न केवल बुरी नज़र से बचाते हैं, बल्कि शांत और सकारात्मक वातावरण भी बनाते हैं।

4. व्यापार के लिए नमक अनुष्ठान

दुकानों या कार्यालयों में, सप्ताह में एक बार कैश काउंटर या मुख्य द्वार के चारों ओर मुट्ठी भर नमक घुमाने और फिर उसे बाहर फेंकने से व्यापार ईर्ष्या से सुरक्षित रहता है और सौभाग्य आता है।

इसी तरह नमक को हमेशा से एक प्राकृतिक शोधक माना जाता रहा है। इन सरल तरीकों से इसका उपयोग करने से घर में सद्भाव और व्यापार में स्थिरता बनी रहती है, और बुरी नज़र का प्रभाव दूर रहता है।

नमक से नज़र उतारते समय ध्यान देने योग्य बातें

नमक से नज़र उतारते समय हालाँकि नमक बुरी नज़र उतारने का एक सरल और आसानी से उपलब्ध उपाय है, लेकिन इसका इस्तेमाल थोड़ी सावधानी से करना ज़रूरी है। बहुत से लोग इन उपायों का पूरी आस्था के साथ पालन करते हैं, लेकिन अगर कुछ छोटी-छोटी बातों पर ध्यान न दिया जाए, तो इसका असर उतना ज़्यादा नहीं होता।

1. नमक का दोबारा इस्तेमाल न करें

एक बार बुरी नज़र उतारने के लिए नमक का इस्तेमाल करने के बाद, उसका दोबारा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर आप इसे किसी व्यक्ति के ऊपर घुमाते हैं या घर के कोनों में कटोरों में रखते हैं, तो इस्तेमाल के बाद उसी नमक को फेंक देना चाहिए। इसे हमेशा घर के बाहर फेंकें, कूड़ेदान में नहीं।

2. सर्वोत्तम परिणामों के लिए सेंधा नमक का प्रयोग करें

हालाँकि सामान्य खाना पकाने वाला नमक भी काम करता है, लेकिन सेंधा नमक (सेंधा नमक या बड़े क्रिस्टल (स्फटिक)) को अक्सर पसंद किया जाता है क्योंकि माना जाता है कि यह नकारात्मकता को तेज़ी से और ज़्यादा प्रभावी ढंग से सोख लेता है।

3. गीले हाथों से छूने से बचें

अनुष्ठान करते समय, गीले या तैलीय हाथों से नमक को छूने से बचें। कई लोगों का मानना है कि इससे नकारात्मकता सोखने की उसकी क्षमता कम हो जाती है। इसका इस्तेमाल करते समय हमेशा अपने हाथ सूखे रखें।

4. एक नियमित दिन तय करें

निरंतरता बनाए रखने के लिए, इस अनुष्ठान को करने के लिए हर हफ़्ते एक खास दिन, जैसे शनिवार या मंगलवार, चुनें। ऐसा कहा जाता है कि यह नियमित अभ्यास नकारात्मक ऊर्जाओं को लंबे समय तक दूर रखता है।

5. विश्वास और सकारात्मकता बनाए रखें

सबसे ज़रूरी बात, इस उपाय को विश्वास और शांत मन से करें। नमक तो बस एक माध्यम है – यह सकारात्मक विचारों, प्रार्थनाओं और विश्वास के साथ मिलकर सबसे अच्छा काम करता है।

इन सरल बातों को ध्यान में रखने से नमक के उपाय ज़्यादा प्रभावी हो जाते हैं। यह एक प्राकृतिक शोधक है, और सही तरीके से इस्तेमाल करने पर यह आपके घर, परिवार और व्यवसाय को बुरी नज़र के हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद कर सकता है।

ज्योतिषी के आधार पर नमक का बुरी नज़र से ज्योतिषीय संबंध

ज्योतिष में, नमक को केवल रसोई की वस्तु ही नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली प्राकृतिक शोधक भी माना जाता है। प्राचीन काल से ही, ज्योतिषी ऊर्जा संतुलन और नकारात्मकता से रक्षा के लिए नमक के उपयोग का सुझाव देते रहे हैं। वैदिक मान्यताओं के अनुसार, नमक में नकारात्मक तरंगों को अवशोषित करने की क्षमता होती है, इसलिए यह बुरी नज़र से बचाव के उपायों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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ग्रहों से संबंध

ज्योतिषीय दृष्टि से, नमक को अक्सर शनि और कभी-कभी चंद्रमा से जोड़ा जाता है। ये दोनों ग्रह हमारी भावनाओं, मानसिक शांति और पारिवारिक सद्भाव को प्रभावित करते हैं। जब ये ऊर्जाएँ विचलित होती हैं, तो लोग नज़र दोष (बुरी नज़र) के प्रति अधिक संवेदनशील महसूस कर सकते हैं। माना जाता है कि नमक के उपचार इन ग्रहों के प्रभावों को शांत करते हैं और स्थिरता लाते हैं।

शोधक के रूप में नमक

कई परंपराओं में, नमक को आभामंडल का प्राकृतिक शोधक माना जाता है। जिस प्रकार यह भोजन से कड़वाहट दूर करता है, उसी प्रकार यह जीवन से कड़वाहट और नकारात्मकता को दूर करता है। इसीलिए ज्योतिषी अक्सर घर के वातावरण को सकारात्मक बनाए रखने के लिए कमरों में सेंधा नमक की छोटी कटोरी रखने या फर्श साफ करने के लिए नमक को पानी में डालकर इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं।

व्यावहारिक ज्योतिषीय उपाय

कुछ ज्योतिषी नींद में सुधार और बुरे सपनों से बचाव के लिए बिस्तर के पास सेंधा नमक का एक छोटा टुकड़ा रखने का सुझाव देते हैं। कुछ अन्य ज्योतिषी शरीर की ऊर्जा को शुद्ध करने के लिए सप्ताह में एक बार नमक के पानी से स्नान करने की सलाह देते हैं। व्यवसायों को भी दूसरों की ईर्ष्या और बुरी नीयत को दूर रखने के लिए एक कोने में नमक के क्रिस्टल (स्फटिक) रखने की सलाह दी जाती है।

ज्योतिष हमें सिखाता है कि नमक केवल स्वाद के लिए ही नहीं, बल्कि ऊर्जा संतुलन के लिए भी उपयोगी है। विश्वास के साथ इसका प्रयोग करने पर, यह हमें बुरी नज़र के हानिकारक प्रभावों से बचा सकता है और हमारे आस-पास शांति का वातावरण बना सकता है।

निष्कर्ष 

बुरी नज़र या नज़र, एक ऐसी चीज़ है जिस पर विभिन्न संस्कृतियों के लोग विश्वास करते हैं। ऐसा माना जाता है कि जब कोई हमें ईर्ष्या या नकारात्मक नीयत से देखता है, तो यह हमारे स्वास्थ्य, खुशी या यहाँ तक कि सफलता को भी प्रभावित कर सकता है।

कई घरेलू उपायों में से, नमक का उपयोग हमेशा से बुरी नज़र के प्रभाव को दूर करने का सबसे सरल और विश्वसनीय तरीका रहा है।

ऐसा माना जाता है कि नमक नकारात्मक ऊर्जा को सोख लेता है और हमारे आस-पास के वातावरण में सकारात्मकता लाता है। चाहे किसी व्यक्ति के चारों ओर नमक लहराना हो, नमक के पानी से घर की सफाई करना हो, या कमरे के किसी कोने में सेंधा नमक रखना हो, ये छोटे-छोटे उपाय मन की शांति ला सकते हैं।

यह सिर्फ़ एक विश्वास ही नहीं, बल्कि प्रियजनों के प्रति देखभाल और सुरक्षा दिखाने का एक तरीका भी है। जब हम इन उपायों को पूरे विश्वास के साथ करते हैं, तो हम मज़बूत और सुरक्षित महसूस करते हैं।

तो, अगली बार जब आप उदास, बेचैन महसूस करें, या आपको लगे कि नज़र आपको प्रभावित कर रही है, तो नमक के इन आसान उपायों को आज़माएँ। ये हानिरहित, सरल और परंपराओं में गहराई से निहित हैं।

भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है| वे सत्य, धर्म और आदर्श जीवन के प्रतीक हैं| जब भी हम भगवान राम का नाम लेते हैं, मन में श्रद्धा और शांति का भाव अपने आप आ जाता हैं|  उनकी भक्ति करने के कई तरीके हैं, लेकिन Nitin Mukesh Shree Ram Stuti Lyrics गाना और सुनना एक बहुत ख़ास अनुभव देता है| 

नितिन मुकेश भारतीय संगीत जगत के प्रसिद्ध गायक हैं| उन्होनें अपनी मधुर आवाज़ से श्री राम स्तुति को और भी सुन्दर बना दिया हैं| इस स्तुति को सुनते समय एसा लगता है जैसे भगवान राम हमारे दिल में बस गए हैं| बच्चे हो या बड़े, हर कोई इस स्तुति को आसानी से समझ सकता है और इसके भावों को महसूस कर सकता हैं| 

Nitin Mukesh Shree Ram Stuti Lyrics सिर्फ गीत नहीं हैं, बल्कि यह जीवन के मूल्यों को भी याद दिलाता है| जब हम इसे गाते हैं तो हमारा मन सकारात्मक होता है, तनाव दूर होता है और भक्ति भाव गहरा हो जाता हैं|

नितिन मुकेश कौन है?

नितिन मुकेश भारत के एक प्रसिद्ध गायक हैं| वे अपने भजनों और मीठी आवाज़ के लिए जाने जाते हैं| उनका जन्म एक संगीत परिवार में हुआ था| उनके पिता मुकेश भी बॉलीवुड के बहुत बड़े गायक थे| मुकेश जी की आवाज़ आज भी लोगों के दिल में बसती है| नितिन मुकेश ने अपने पिता की गायकी से बहुत कुछ सीखा और आगे चलकर खुद भी एक सफल गायक बने| 

इसी तरह नितिन मुकेश ने फिल्मों में भी गाने गाए हैं| लेकिन लोग उन्हें सबसे ज़्यादा भक्ति गीतों और भजनों के लिए पहचानते हैं| उनकी गाई हुई श्री राम की स्तुति, कृष्ण भजन, हनुमान चालीसा और कई अन्य भजन भक्तों को बहुत पसंद आते हैं| उनकी आवाज़ में भक्ति सुनकर मन शांत हो जाता है और भगवान के प्रति श्रद्धा बढ़ती है| 

वे सिर्फ गायक ही नहीं, बल्कि एक बहुत ही सरल और विनम्र इंसान भी माने जाते हैं| उन्होनें हमेशा भारतीय संस्कृति और संगीत को आगे बढ़ाया है| आज भी उनके भजन मंदिरों, घरों और धार्मिक कार्यक्रमों में गाय और सुने जाते हैं| 

नितिन मुकेश की सबसे बड़ी खासियत है की वे हर गीत को दिल से गाते है| उनकी आवाज़ में सच्चाई और भक्ति झलकती है| इसी वजह से लोग उन्हें बहुत मानते और सुनते हैं| 

Nitin Mukesh Shree Ram Stuti Lyrics Hindi (हिंदी)

|| दोहा ||

|| श्री रामचन्द्र कृपालु भज
मन हरण भाव भय दारुणं,
नव कंज लोचन कंज
मुख कर कंज पद कंजारुणं || 1

||कन्दर्प अगणित अमित छवि
नव नील नीरद सुन्दरं,
पटपीत मानहूँ तडित रूचि शुचि
नोमि जनक सुतावरं || 2 

|| भजु दीनबन्धु दिनेश दानव
देत्य वंश निकन्दनं,
रघुनंद आनंद कंद कौशल
चन्द दशरथ नन्दनं || 3  

|| शिर मुकुट कुंडल तिलक
चारु उदारु अङ्ग विभूषणं,
आजानु भुज शर चाप धर
संग्राम जित खरदूषणं || 4 

|| इति वदति तुलसीदास शंकर
शेष मुनि मन रंजनं,
मम हृदयं कंज निवास कुरु
कामादि खलदल गंजनं || 5 

|| मन जाहि राच्यो मिलही सो
वर सहज सुन्दर सावरों,
करुणा निधान सुजान शील
स्नेह जानत रावरो || 6 

|| एही भांति गौरी असीस सुन सिय
सहित हिय हरषित अली,
तुलसी भवानिहि पूजी पुनि-पुनि
मुदित मन मंदिर चली || 7 

|| सोरठा || 

|| जानी गौरी अनुकूल सिय
हिय हरषु ण जाई कहि,
मंजुल मंगल मूल वाम
अङ्ग फरकने लगे ||

Nitin Mukesh Shree Ram Stuti Lyrics1

Nitin Mukesh Shree Ram Stuti Lyrics  English (अंग्रेजी)

||DOHA||

|| SHREE RAMCHANDRA KRIPALU BHAJ
MAN HARAN BHAAV BHAY DARUNAM,
NAV KANJ LOCHAN KANJ
MUKH KAR KANJ PAD KANJAARUNAM || 1 

|| KANDARP AGANIT AMIT CHAVI
NAV NEEL NEERAD SUNDARAM,
PATPEET MAANHOO TADIT RUCHI SUCHI
NOMI JANAK SUTAVARAM || 2 

|| BHAJU DEENBANDHU DINESH DAANAV
DETYA VANSH NIKANDNAM,
RAGHUNAND AANAND KAND KAUSHAL
CHAND DASHRATH NANDNAM || 3

|| SHIR MUKUT KUNDAL TILAK
CHARU UDAARU ADANG VIBHUSHANAM,
AAJANU BHUJ SHAR CHAAP DHAR
SANGRAM JIT KHARDUSHNAM || 4

 || ITI VADTI TULSIDAS SHANKAR
SHESH MUNI MAN RANJNAM
MAM HRIDYAM KANJ NIWAS KURU
KAMAADI KHALDAL GANJNAM || 5

|| MAN JAAHI RAACHYO MILHI SAU
VAR SEHAJ SUNDAR SAAVRON,
KARUNA NIDHAAN SUJAAN SHEEL
SNEH JAANAT RAAVRON || 6

|| EHI BHAANTI GAURI ASEES SUN SIY
SAHIT HIY HARSHIT ALI,
TULSI BHAVANIHI POOJI PUNI-PUNI
MUDIT MAN MANDIR CHALI || 7

|| SAURTHA ||

|| JAANI GAURI ANUKUL SIY
HIY HARSHU N JAAI KAHI,
MANJUL MANGAL MOOL VAAM
ADANG FARAKNE LAGE ||

नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स का महत्व 

नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स बहुत ख़ास है| यह सिर्फ एक गाना नहीं, बल्कि भगवान श्री राम के गुणों की स्तुति है याद है| जब हम इसे सुनते या गाते हैं, तो हमारे दिल को शांति मिलती है और दिमाग हल्का महसूस करता है|

भगवान श्री राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है| इसका मतलब है की उन्होनें हमेशा सही रास्ता चुना और सच का साथ दिया| इस स्तुति को गाने से हमें भि सीख मिलती है की हमें सच्च्चाई, धैर्य और हिम्मत के साथ जीवन जीना चाहिए| 

नितिन मुकेश की मीठी आवाज़ इस भजन को और भी प्यारा बना देती है| उनकी गायकी सुनकर हर कोई भक्ति में डूब जाता है| यही वजह है की यह भजन छोटे-बड़े सभी लोगों को भगवान राम के करीब ले जाता है|

धार्मिक मान्यता है कि श्री राम का नाम लेने से गुनाह मिटते हैं, और जीवन में नयी ताकत और उम्मीद आती है| घर में जब यह स्तुति गाई या सुनी जाती है, तो पूरा माहौल साफ़ और सकारात्मक बन जाता है| संक्षेप में, नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स हमें भगवान श्री राम से जोड़ता है, हमारे मन को साफ़ करता है और जीवन में सुख शांती लाता हैं|

नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स को गाने या सुनने का सही समय और विधि

नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स गाने या सुनने का कोई भी समय अच्छा है, लेकिन कुछ खास समय ज़्यादा शुभ माने जाते हैं।

  • सुबह का समय – सुबह स्नान करके, साफ कपड़े पहनकर इस स्तुति को गाना या सुनना बहुत शुभ होता है। इससे दिन अच्छा बीतता है और मन शांत रहता है।
  • शाम का समय – संध्या यानी शाम को दीपक जलाकर भगवान श्री राम के सामने यह स्तुति गाने से घर का माहौल सकारात्मक हो जाता है।
  • पूजा या त्यौहार के दिन – राम नवमी, दीपावली, नवरात्रि या किसी भी पूजा के दिन यह भजन गाना बेहद अच्छा माना जाता है।

श्री राम स्तुति लिरिक्स गाने/सुनने की सही विधि

  1. सबसे पहले स्नान करें और साफ जगह पर बैठें।
  2. भगवान श्री राम की मूर्ति या तस्वीर के सामने दीपक और अगरबत्ती जलाएँ।
  3. श्रद्धा और भक्ति भाव से इस स्तुति को गाएँ या सुनें।
  4. अगर समय कम हो तो कम से कम सुबह या शाम इसे सुनना बहुत अच्छा होता है।
  5. गाने के बाद भगवान राम को प्रणाम करें और शांति से बैठकर ध्यान करें।

इस तरह नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स को गाने या सुनने से मन को शांति मिलती है, घर में सुख-समृद्धि आती है और भगवान श्री राम का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स के लाभ 

नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स को गाने या सुनने से बहुत सारे फायदे होते हैं। यह सिर्फ एक भजन नहीं है, बल्कि भगवान श्रीराम से जुड़ने का तरीका है।

मुख्य लाभ:

  1. मन की शांति – इस स्तुति को सुनने से मन शांत होता है और टेंशन कम होती है।
  2. घर में सुख-शांति – जब घर में यह भजन गाया या बजाया जाता है, तो माहौल अच्छा और सकारात्मक हो जाता है।
  3. भय दूर होता है – भगवान राम का नाम लेने से डर और चिंता कम होती है।
  4. हिम्मत और धैर्य मिलता है – यह भजन सुनकर इंसान को हिम्मत और सहनशक्ति मिलती है।
  5. भक्ति बढ़ती है – श्रीराम की स्तुति करने से भगवान के प्रति प्रेम और विश्वास और गहरा होता है।
  6. परिवार में एकता – साथ बैठकर इसे गाने या सुनने से परिवार के बीच प्यार और जुड़ाव बढ़ता है।
  7. आत्मविश्वास बढ़ता है – भजन से मिलने वाली सकारात्मक ऊर्जा इंसान को आत्मविश्वासी बनाती है।

नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स हर भक्त के जीवन में शांति, हिम्मत, और खुशियाँ लाता है। यह भजन हमें भगवान श्री राम की शरण में ले जाता है और उनके आशीर्वाद से जीवन सरल और सुखी बनता है।

निष्कर्ष 

नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स केवल एक भजन नहीं है, बल्कि श्री राम की महिमा और उनके आदर्श जीवन का सुन्दर वर्णन है| जब कोई भक्त इस स्तुति को गाता या सुनता है, तो उसका मन तुरंत भगवान राम से जुड़ जाता हैं| नितिन मुकेश की मीठी और भावपूर्ण आवाज़ इस स्तुति को और भी ख़ास बना देती हैं|

श्री राम मर्यादा पुरुषोत्तम हैं, उनकी स्तुति करने से हमें सच्चाई, धैर्य और साहस जैसे गुण अपनाने की प्रेरणा मिलती हैं| इस भजन को याद गाने या सुनने से न केवल मन शांत होता हैं, बल्कि घर में भि सुख-शांति और सकारात्मकता का वातावरण बनता है|

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान राम का नाम लेने से पाप मिटते हैं, और इंसान को नई शक्ति और आत्मविश्वास मिलता हैं| यही कारण है की यह स्तुति हर उम्र के लोगों के लिए उपयोगी और प्रिय हैं| 

नितिन मुकेश श्री राम स्तुति लिरिक्स एक एसा भक्ति गीत है जो हर भक्त को भगवान राम के करीब ले जाता है, और जीवन में सुख शांति और आशा भर देता हैं|

Aigiri Nandini lyrics in Hindi

अयिगिरि नन्दिनि (Aigiri Nandini Lyrics in Hindi) दुर्गा देवी का एक बहुत लोकप्रिय भक्ति स्तोत्र है।  इसे महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम या महिषासुर मर्दिनी श्लोक कहा जाता है। यह भक्ति गीत देवी महिषासुर मर्दिनी को संबोधित है, देवी जिन्होंने राक्षस महिषासुर का वध किया था।

अयिगिरि नन्दिनि (Aigiri Nandini Lyrics in Hindi) गुरु आदि शंकराचार्य (श्री श्री श्री शंकर भगवत्पादाचार्य) द्वारा लिखित देवी दुर्गा का एक बहुत लोकप्रिय भक्ति स्तोत्र है। यह भक्ति छंद देवी महिषासुर मर्दिनी को संबोधित है, देवी जिन्होंने राक्षस महिषासुर का वध किया था।

महिषासुर मर्दिनी देवी दुर्गा माँ (देवी पार्वती का अवतार) का उग्र रूप है, जहाँ दुर्गा माँ को 10 भुजाओं के साथ दर्शाया गया है जो शेर या बाघ की सवारी करती हैं और हथियार रखती हैं और प्रतीकात्मक हाथ के इशारे या मुद्राएँ बनाती हैं। 

देवी दुर्गा क्रोध, भय, अहंकार और क्रोध पर विजय प्राप्त करने वाली हैं। जो लोग इन सभी से जूझ रहे हैं, वे खुद को देवी के सामने समर्पित कर सकते हैं।

आज इस ब्लॉग के साथ हम अयिगिरि नन्दिनि स्तोत्र के लिरिक्स (Aigiri Nandini Lyrics in Hindi) जानेंगे। इसके साथ आप किसी प्रकार की पूजा के लिए पंडित बुक करने के लिए जुड़ें 99Pandit के साथ या ‘Book a Pandit’ पर क्लिक करके पंडित बुक करें।

अयिगिरि नन्दिनि लिरिक्स हिंदी में / Aigiri Nandini Lyrics in Hindi 

अयिगिरि नन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते
गिरिवरविन्ध्यशिरोधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते
भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १ ॥ 

सुरवरवर्षिणि दुर्धरधर्षिणि दुर्मुखमर्षिणि हर्षरते
त्रिभुवनपोषिणि शङ्करतोषिणि किल्बिषमोषिणि घोषरते
दनुजनिरोषिणि दितिसुतरोषिणि दुर्मदशोषिणि सिन्धुसुते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ २ ॥

अयि जगदम्ब मदम्ब कदम्बवनप्रियवासिनि हासरते
शिखरिशिरोमणितुङ्गहिमालयशृङ्गनिजालयमध्यगते
मधुमधुरे मधुकैटभगञ्जिनि कैटभभञ्जिनि रासरते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ ३ ॥

अयि शतखण्ड विखण्डितरुण्ड वितुण्डितशुण्ड गजाधिपते
रिपुगजगण्ड विदारणचण्ड पराक्रमशुण्ड मृगाधिपते
निजभुजदण्ड निपातितखण्डविपातितमुण्डभटाधिपते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ ४ ॥

अयि रणदुर्मद शत्रुवधोदित दुर्धरनिर्जर शक्तिभृते
चतुरविचारधुरीण महाशिव दूतकृत प्रमथाधिपते
दुरितदुरीहदुराशयदुर्मतिदानवदूतकृतान्तमते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ ५ ॥

अयि शरणागतवैरिवधूवर वीरवराभयदायकरे
त्रिभुवन मस्तक शूलविरोधिशिरोधिकृतामल शूलकरे
दुमिदुमितामर दुन्दुभिनाद महो मुखरीकृत तिग्मकरे
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ ६ ॥

अयि निजहुङ्कृतिमात्र निराकृत धूम्रविलोचन धूम्रशते
समरविशोषित शोणितबीज समुद्भवशोणित बीजलते
शिव शिव शुम्भ निशुम्भ महाहव तर्पित भूत पिशाचरते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ ७ ॥

धनुरनुसङ्ग रणक्षणसङ्ग परिस्फुरदङ्ग नटत्कटके
कनक पिशङ्गपृषत्कनिषङ्गरसद्भट शृङ्ग हतावटुके
कृतचतुरङ्ग बलक्षितिरङ्ग घटद्बहुरङ्ग रटद्बटुके
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ ८ ॥

सुरललना ततथेयि तथेयि कृताभिनयोदर नृत्यरते
कृत कुकुथः कुकुथो गडदादिकताल कुतूहल गानरते
धुधुकुट धुक्कुट धिन्धिमित ध्वनि धीर मृदङ्ग निनादरते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ ९ ॥

जय जय जप्य जये जय शब्दपरस्तुति तत्पर विश्वनुते
भण भण भिञ्जिमि भिङ्कृतनूपुर सिञ्जितमोहित भूतपते
नटितनटार्ध नटीनटनायक नाटितनाट्य सुगानरते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १० ॥

अयि सुमनः सुमनः सुमनः सुमनः सुमनोहर कान्तियुते
श्रित रजनी रजनी रजनी रजनी रजनीकर वक्त्रवृते
सुनयन विभ्रमर भ्रमर भ्रमर भ्रमर भ्रमराधिपते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ ११ ॥

सहित महाहव मल्लम तल्लिक मल्लित रल्लक मल्लरते
विरचित वल्लिक पल्लिक मल्लिक भिल्लिक भिल्लिक वर्ग वृते
सितकृत पुल्लिसमुल्लसितारुण तल्लज पल्लव सल्ललिते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १२ ॥

अविरलगण्डगलन्मदमेदुर मत्तमतङ्गज राजपते
त्रिभुवनभूषणभूतकलानिधि रूपपयोनिधि राजसुते
अयि सुदतीजन लालसमानस मोहनमन्मथ राजसुते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १३ ॥

कमलदलामल कोमलकान्ति कलाकलितामल भाललते
सकलविलास कलानिलयक्रम केलिचलत्कल हंसकुले
अलिकुल सङ्कुल कुवलय मण्डल मौलिमिलद्भकुलालि कुले
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १४ ॥

करमुरलीरववीजितकूजित लज्जितकोकिल मञ्जुमते
मिलित पुलिन्द मनोहर गुञ्जित रञ्जितशैल निकुञ्जगते
निजगुणभूत महाशबरीगण सद्गुणसम्भृत केलितले
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १५ ॥

कटितटपीत दुकूलविचित्र मयूखतिरस्कृत चन्द्ररुचे
प्रणतसुरासुर मौलिमणिस्फुरदंशुलसन्नख चन्द्ररुचे
जितकनकाचल मौलिपदोर्जित निर्भरकुञ्जर कुम्भकुचे
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १६ ॥

विजित सहस्रकरैक सहस्रकरैक सहस्रकरैकनुते
कृत सुरतारक सङ्गरतारक सङ्गरतारक सूनुसुते
सुरथसमाधि समानसमाधि समाधिसमाधि सुजातरते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १७ ॥

पदकमलं करुणानिलये वरिवस्यति योऽनुदिनं स शिवे
अयि कमले कमलानिलये कमलानिलयः स कथं न भवेत्
तव पदमेव परम्पदमित्यनुशीलयतो मम किं न शिवे
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १८ ॥

कनकलसत्कल सिन्धुजलैरनु सिञ्चिनुतेगुण रङ्गभुवं
भजति स किं न शचीकुचकुम्भ तटीपरिरम्भ सुखानुभवम्
तव चरणं शरणं करवाणि नतामरवाणि निवासि शिवं
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १९ ॥

तव विमलेन्दुकुलं वदनेन्दुमलं सकलं ननु कूलयते
किमु पुरुहूत पुरीन्दुमुखी सुमुखीभिरसौ विमुखीक्रियते
मम तु मतं शिवनामधने भवती कृपया किमुत क्रियते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ २० ॥

अयि मयि दीनदयालुतया कृपयैव त्वया भवितव्यमुमे
अयि जगतो जननी कृपयासि यथासि तथाऽनुभितासिरते
यदुचितमत्र भवत्युररि कुरुतादुरुतापमपाकुरुते
जय जय हे महिषासुर मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ २१ ॥

इति श्री महिषासुर मर्दिनि स्तोत्रम् ||

अयिगिरि नन्दिनि लिरिक्स अंग्रेजी में / Aigiri Nandini Lyrics in English 

Ayigiri Nandini Nanditamedini Vishvavinodini Nandinute
Girivaravindhyashiro’dhinivasini Vishnuvilasini Jishnunute।
Bhagavati He Shitikanthakutumbini Bhurikutumbini Bhurikrite
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥1॥

Suravaravarshini Durdharadharshini Durmukhamarshini Harsharate
Tribhuvanaposhini Shankaratoshini Kilbishamoshini Ghosharate
Danujaniroshini Ditisutaroshini Durmadashoshini Sindhusute
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥2॥

Ayi Jagadamba Madamba Kadamba Vanapriyavasini Hasarate
Shikhari Shiromani Tungahimalaya Shringanijalaya Madhyagate।
Madhumadhure Madhukaitabhaganjini Kaitabhabhanjini Rasarate
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥3॥

Ayi Shatakhanda Vikhanditarunda Vitunditashunda Gajadhipate
Ripugajaganda Vidaranachanda Parakramashunda Nrigadhipate।
Nijabhujadanda Nipatitakhanda Vipatitamunda Bhatadhipate
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥4॥

Ayi Ranadurmada Shatruvadhodita Durdharanirjara Shaktibhrite
Chaturavichara Dhurinamahashiva Dutakrita Pramathadhipate।
Duritaduriha Durashayadurmati Danavaduta Kritantamate
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥5॥

Ayi Sharanagata Vairivadhuvara Viravarabhaya Dayakare
Tribhuvanamastaka Shulavirodhi Shiro’dhikritamala Shulakare।
Dumidumitamara Dhundubhinadamahomukharikrita Dinmakare
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥6॥

Ayi Nijahunkriti Matranirakrita Dhumravilochana Dhumrashate
Samaravishoshita Shonitabija Samudbhavashonita Bijalate।
Shivashivashumbha Nishumbhamahahava Tarpitabhuta Pishacharate
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥7॥

Dhanuranushanga Ranakshanasanga Parisphuradanga Natatkatake
Kanakapishanga Prishatkanishanga Rasadbhatashringa Hatabatuke।
Kritachaturanga Balakshitiranga Ghatadbahuranga Ratadbatuke
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥8॥

Suralalana Tatatheyi Tatheyi Kritabhinayodara Nrityarate
Krita Kukuthah Kukutho Gadadadikatala Kutuhala Ganarate।
Dhudhukuta Dhukkuta Dhindhimita Dhvani Dhira Nridanga Ninadarate
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥9॥

Jaya Jaya Japya Jayejayashabda Parastuti Tatparavishvanute
Jhanajhanajhinjhimi Jhinkrita Nupurashinjitamohita Bhutapate।
Natita Natardha Nati Nata Nayaka Natitanatya Suganarate
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥10॥

Ayi Sumanahsumanahsumanah Sumanahsumanoharakantiyute
Shritarajani Rajanirajani Rajanirajani Karavaktravrite।
Sunayanavibhramara Bhramarabhramara Bhramarabhramaradhipate
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥11॥

Sahitamahahava Mallamatallika Mallitarallaka Mallarate
Virachitavallika Pallikamallika Jhillikabhillika Vargav
Shitakritaphulla Samullasitaruna Tallajapallava Sallalite
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥12॥

Aviralaganda Galanmadamedura Mattamatanga Jarajapate
Tribhuvanabhushana Bhutakalanidhi Rupapayonidhi Rajasute।
Ayi Sudatijana Lalasamanasa Mohana Manmatharajasute
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥13॥

Kamaladalamala Komalakanti Kalakalitamala Bhalalate
Sakalavilasa Kalanilayakrama Kelichalatkala Hansakule।
Alikulasankula Kuvalayamandala Maulimiladbakulalikule
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥14॥

Karamuralirava Vijitakujita Lajjitakokila Manjumate
Militapulinda Manoharagunjita Ranjitashaila Nikunjagate।
Nijaganabhuta Mahashabarigana Sadgunasambhrita Kelitale
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥15॥

Katitatapita Dukulavichitra Mayukhatiraskrita Chandraruche
Pranatasurasura Maulimanisphura Danshulasannakha Chandraruche
Jitakanakachala Maulimadorjita Nirbharakunjara Kumbhakuche
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥16॥

Vijitasahasrakaraika Sahasrakaraika Sahasrakaraikanute
Kritasurataraka Sangarataraka Sangarataraka Sunusute।
Surathasamadhi Samanasamadhi Samadhisamadhi Sujatarate।
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥17॥

Padakamalam Karunanilaye Varivasyati Yo’nudinam Sushive
Ayi Kamale Kamalanilaye Kamalanilayah Sa Katham Na Bhavet।
Tava Padameva Parampadamityanushilayato Mama Kim Na Shive
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥18॥

Kanakalasatkalasindhujalairanushinchati Tegunarangabhuvam
Bhajati Sa Kim Na Shachikuchakumbhatatiparirambhasukhanubhavam।
Tava Charanam Sharanam Karavani Natamaravani Nivasi Shivam
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥19॥

Tava Vimalendukulam Vadanendumalam Sakalam Nanu Kulayate
Kimu Puruhutapurindu Mukhi Sumukhibhirasau Vimukhikriyate।
Mama Tu Matam Shivanamadhane Bhavati Kripaya Kimuta Kriyate
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥20॥

Ayi Mayi Dina Dayalutaya Kripayaiva Tvaya Bhavitavyamume
Ayi Jagato Janani Kripayasi Yathasi Tathanumitasirate।
Yaduchitamatra Bhavatyurarikurutadurutapamapakurute
Jaya Jaya He Mahishasuramardini Ramyakapardini Shailasute॥21॥

अयिगिरि नन्दिनि महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र का महत्व /  Importance of Ayigiri Nandini Mahishasura Mardini Stotra 

अयिगिरि नन्दिनि स्तोत्र की महिमा भक्तजन में बहुत ही महत्वपूर्ण है। स्तोत्र का पाठ करने मात्रा से ही भय से मुक्ति मिलती है। माँ दुर्गा एक आदि शक्ति हैं जो किसी भी आत्मा के अंदर के सभी भय पर विजय प्राप्त करती हैं, जो क्रोध, द्वेष, क्रोध और अहंकार को मारती हैं और मन, शरीर और आत्मा में रहने वाली सभी नकारात्मकता को दूर भगाती हैं। 

महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र का पाठ करने से माँ दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। माँ दुर्गा का आशीर्वाद पाने के लिए व्यक्ति को पूरी तरह से उनके प्रति समर्पित होना चाहिए, तभी वह अपने तरीके से भक्त को शुद्ध कर पाएंगी। 

किसी भी लड़ाई में जीतने या किसी भी डर या चुनौती पर विजय पाने के लिए माँ दुर्गा की शक्तियों को प्राप्त करने के लिए, नियमित रूप से बहुत भक्ति के साथ  महिषासुर मर्दिनी (अयिगिरि नन्दिनि) का पाठ करना एक आशीर्वाद है। देवी माँ आपको युद्ध जीतने में मदद करेंगी और आपके सभी कार्यों में विजय दिलाएँगी। अयिगिरि नन्दिनि का पाठ करने से आपके जीवन से सभी दुख दूर हो जाएँगे। 

अयिगिरि नन्दिनि महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम का पाठ करने के लाभ Benefits of reciting Ayigiri Nandini Mahishasura Mardini Stotram

  1. यह स्तोत्रम बहुत शक्तिशाली है और एक प्रार्थना के रूप में है जो माँ दुर्गा को समर्पित है। इस स्तोत्रम का जाप करने से भक्तों को माता दुर्गा की असीम कृपा मिल सकती है और सभी बुराइयों और दुश्मनों से सुरक्षा मिल सकती है।
  2. जो लोग इस स्तोत्रम को बड़ी श्रद्धा के साथ पढ़ते हैं, देवी दुर्गा उन्हें मोक्ष प्राप्त करने में मदद करती हैं।
  3. इस स्तोत्रम का पाठ करने से लोग सभी प्रकार के दुखों और पीड़ाओं से बाहर निकल सकते हैं।
  4. यह स्तोत्रम जीवन से सभी बाधाओं और रुकावटों को दूर करने में मदद करता है।
  5. जो लोग स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं, वे स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं।
  6. जो लोग हमेशा चिंता, अवसाद और मानसिक तनाव से ग्रस्त रहते हैं, उन्हें यह स्तोत्रम इससे उबरने और उन्हें खुश करने में मदद करता है, लेकिन उन्हें इस स्तोत्रम का प्रतिदिन पाठ करने की सलाह दी जाती है।
  7. जिन भक्तों को वित्तीय समस्याएं हैं, वे इस स्तोत्रम का पाठ करना शुरू करें और देवी दुर्गा धन और पैसे से संबंधित सभी समस्याओं को दूर करेंगी।
  8. जब आप इस स्तोत्रम का पूरी श्रद्धा के साथ पाठ करते हैं तो आपका मन शांत और सकारात्मक हो जाता है।
  9. एक इंसान क्रोध, भय, क्रोध, पछतावा, चिंताओं से भरा होता है और इस शक्तिशाली महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम का पाठ करने से भक्त इन सभी बुरे गुणों को दूर करने में सक्षम होते हैं और एक अच्छा इंसान बन सकते हैं।
  10. जो लोग जीवन में काले जादू की समस्या का सामना कर रहे हैं, उन्हें इससे छुटकारा पाने के लिए इस स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। 

अयिगिरि नन्दिनि स्तोत्रम का पाठ कैसे करें? How to recite Ayigiri Nandini Stotram? 

  1. सुबह जल्दी उठें और स्नान करें। 
  2. एक लकड़ी का पटरा रखें और एक साफ कपड़ा बिछाएं और फिर दुर्गा माता की मूर्ति रखें। 
  3. फूल या माला चढ़ाएं और देसी घी का दीया जलाएं।
  4. भोग प्रसाद (हलवा चना और पूरी) चढ़ाएं 
  5. कुशा का आसन लगाएं और अगर आपके पास नहीं है तो कंबल बिछा लें. 
  6. इस स्तोत्र का पाठ एकाग्रता, समर्पण के साथ शुरू करें और मां दुर्गा के प्रति अपार श्रद्धा रखें।

निष्कर्ष 

यह अयिगिरि नन्दिनि महिषासुर मर्दिनी दिव्य मंत्र देवी दुर्गा को समर्पित है, जो शक्ति, साहस और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।इस स्तोत्र का जाप माँ दुर्गा देवी का आह्वान करने के लिए किया जाता है।

नवरात्रि के दौरान अयिगिरि नन्दिनि महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र का बहुत महत्व है। महान ऋषि आदि शंकराचार्य द्वारा 810 ई. के आसपास रचित यह स्तोत्र देवी महात्म्य पर आधारित है और देवी की विभिन्न शक्तियों का गुणगान करता है। 

देवी दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती के विभिन्न रूप धारण करती हैं और राक्षसों – मधु और कैटभ, महिषासुर, और शुम्भ और निशुम्भ का नाश करती हैं। अयिगिरि नन्दिनि महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम भक्त को शांति प्रदान करता है और सभी भय और दुखों को दूर करता है। यह संदेह, क्रोध, अहंकार और जड़ता जैसी नकारात्मक भावनाओं को दूर करता है। यह स्तोत्र भक्त के मार्ग से आने वाली बाधाओं को भी दूर करता है।