Saathi Hamara Kaun Banega Bhajan Lyrics: साथी हमारा कौन बनेगा भजन लिरिक्स।

Saathi Hamara Kaun Banega Bhajan Lyrics

Saathi Hamara Kaun Banega Bhajan Lyrics भगवान की उपासना और उनके साथ हर कदम पर रहने के संकल्प को व्यक्त करता है। यह भजन विशेष रूप से उन व्यक्तियों के लिए है जो जीवन के संघर्षों और चुनौतियों के बीच भगवान से सहारा और मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहते हैं। इस भजन में भगवान को जीवन के हर पहलू में साथ देने वाला साथी माना गया है, जो न केवल सुख में, बल्कि दुख के समय भी हमारी सहायता करता है।

इस भजन के बोल आत्मा को शांति और संतोष प्रदान करते हैं, और भक्ति मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके माध्यम से भक्त भगवान के साथ एक अटूट संबंध बनाने का संकल्प लेते हैं, और हर परिस्थिति में उनके साथ बने रहने की इच्छा प्रकट करते हैं।

यह भजन धार्मिक आयोजनों, सत्संगों और पूजा अर्चना में गाया जाता है, और इसका उद्देश्य भगवान के प्रति अपनी निष्ठा और श्रद्धा को व्यक्त करना है।

साथी हमारा कौन बनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

आ गया दर पे तेरे,
सुनाई हो जाए,
जिंदगी से दुःखो की,
विदाई हो जाए,
एक नजर कृपा की डालो,
मानूंगा अहसान,
संकट हमारा कैसे टलेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

सुना हमने सभी से,
खिवैया एक ही है,
घूम ले सारी दुनिया,
कन्हैया एक ही है,
अबकी अबकी पार लगाओ,
मानूंगा अहसान,
हमको किनारा कैसे मिलेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

पानी है सर से ऊपर,
मुसीबत अड़ गई है,
आज हमको तुम्हारी,
जरुरत पड़ गई है,
अपने हाथ से हाथ पकड़लो,
मानूंगा अहसान,
साथ हमारे कौन चलेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

तुम्हारे दर पे शायद,
हमेशा धर्मी आते,
आज पापी आया है,
श्याम काहे घबराते,
हमने सुना है तेरी नजर में,
सब हे एक समान,
इसका पता तो आज चलेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

वो तेरे भक्त होंगे,
जिन्हे तुमने है तारा,
बता ऐ मुरली वाले,
कौन सा तीर मारा,
भक्त तुम्हारे भक्ति करते,
लेते रहते नाम,
काम तो उनका करना पड़ेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

वो रिश्तेदार होंगे,
करते रहते बढ़ाई,
तेरे हम कुछ ना लगते,
हमने की क्या बुराई,
अपनों का सब साथ निभाए,
रखते उनका ध्यान,
जो है पराया किससे कहेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

गिरते को क्या गिराना,
श्याम इतना बताओ,
मजा तो तब आएगा,
उसे आकर उठाओ,
अब तो बिगड़ी बात बनाओ,
इसमें तुम्हारी शान,
बिगड़े हुए का क्या बिगड़ेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

गुनाह कर करके हारा,
श्याम तुमको पुकारा,
जहान में जो है अकेला,
उसे तेरा सहारा,
दिन दुखी का साथ निभा दो,
दे दो दया का दान,
मेरा भी बेड़ा पार लगेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

नाम जितना सुना है,
उतने दातार हो क्या,
दयालु हो कितने तुम,
फैसला आज होगा,
अब तक केवल सुनते आए,
अब देखेंगे श्याम,
भरम हमारा आज मिटेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

देखकर मुझको दर पे,
श्याम शरमा गए क्या,
मिली जो मुझसे नजरे,
पसीने आ गए क्या,
ये है परीक्षा तेरी मोहन,
सुनले देकर ध्यान,
जो कुछ घटेगा तेरा घटेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

पाप की गठरी सर पे,
लाद कर मैं हूँ लाया,
बोझ कुछ हल्का कर दे,
उठाने ना पाया,
धर्म की राह बता ‘बनवारी’,
हो जाए कल्याण,
इसमें तुम्हारा कुछ ना घटेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

साथी हमारा कौन बनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा,
तुम ना सुनोगे कौन सुनेगा।।

निष्कर्ष:

Saathi Hamara Kaun Banega Bhajan Lyrics भगवान के प्रति पूर्ण विश्वास और समर्पण को दर्शाता है। यह भजन हमें यह समझाने की कोशिश करता है कि जीवन के हर मोड़ पर, चाहे वह सुख हो या दुःख, भगवान हमारे साथ हैं और वे हमारे सच्चे साथी हैं। इस भजन के माध्यम से हम यह एहसास करते हैं कि भगवान का साथ ही हमारी सबसे बड़ी संपत्ति है और उनके बिना जीवन अधूरा है।

यह भजन न केवल हमें धार्मिक दृष्टिकोण से एक सशक्त संदेश देता है, बल्कि हमें आंतरिक शांति और संतुलन बनाए रखने की प्रेरणा भी देता है। अंततः, इस भजन के शब्द हमें यह याद दिलाते हैं कि सच्चा साथी वही होता है जो हमें जीवन की कठिनाइयों में मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करता है, और वह साथी केवल भगवान ही हो सकते हैं।

Frequently Asked Questions

"साथी हमारा कौन बनेगा" भजन भगवान के प्रति श्रद्धा और भक्ति को व्यक्त करता है। यह भजन यह दर्शाता है कि भगवान जीवन के हर संघर्ष में हमारे साथ होते हैं और हमारे सच्चे साथी होते हैं।

यह भजन धार्मिक आयोजनों, सत्संगों, पूजा अर्चना और भक्ति संकीर्तन में गाया जाता है। विशेष रूप से यह भजन भक्तों को भगवान के साथ अटूट संबंध बनाने और जीवन के संघर्षों में उनके मार्गदर्शन का अहसास कराने के लिए गाया जाता है।

हालांकि यह भजन हिन्दू धर्म की भक्ति परंपरा से जुड़ा हुआ है, लेकिन इसके संदेश और भावनाएँ सार्वभौमिक हैं। यह भजन जीवन के कठिन समय में ईश्वर से सहारे और मार्गदर्शन की प्रार्थना करता है, जो किसी भी धर्म के अनुयायी को प्रेरित कर सकता है।

भजन का मुख्य संदेश यह है कि भगवान हमारे सबसे सच्चे साथी हैं जो हमें हर परिस्थिति में सहारा देते हैं। चाहे सुख हो या दुःख, भगवान का साथ हमें जीवन में शांति और संतुलन प्रदान करता है।

हाँ, इस भजन को व्यक्तिगत रूप से भी गाया जा सकता है। जब कोई व्यक्ति भगवान से व्यक्तिगत रूप से जुड़ना चाहता है और उनके साथ अपने संबंध को मजबूत करना चाहता है, तो यह भजन एक आत्मिक अनुभव का रूप ले सकता है।